एस,ई,सी,एल की तानाशाही से बेघर हुए लोग : कोयले की सिम में लगी आग को बुझा पाने में नाकाम हुआ प्रबंधन
चिरमिरी । बड़ा बाजार के नीचे स्थित कुरासिया कालरी की बंद पड़ी खदान की कोयले की सिम में लगी आग आज 10 दिनों बाद और बढ़ गई है । अभी तक एसईसीएल ने खदान से निकल रहे पानी को रोक कर उसमे एक मोटर लगाकर आग में पानी का छिड़काव कर आग बुझाने की नाकाम कोशिश कर रही है जिसे खानापूर्ति कहना गलत नही होगा । एसईसीएल के जिम्मेदार अधिकारियो ने आग लगने के दूसरे दिन यहां मिट्टी फीलिंग करने की बात कही थी लेकिन मिट्टी फीलिंग का काम अब तक शुरू नही हो पाया है ।
वहीं आज से दो दिन पूर्व एसईसीएल के कुरासिया कालरी प्रबंधन ने बड़ा बाजार के 10 लोगो को नोटिस जारी कर उनके मकान और दुकान को अवैध निर्माण बताते हुए मकान व दुकान तत्काल खाली करने का निर्देश दे दिया है जिसे लेकर बड़ा बाजार के लोगो में काफी आक्रोश है । इससे पूर्व चिरमिरी नगर पालिक निगम ने आग से होने वाले संभावित जान माल का खतरा बताते हुए 10 लोगो को मकान व दुकान खाली करने का नोटिस दिया था । स्थानीय लोगो का कहना है कि वे पिछले कई दशकों से यहां मकान बनाकर रह रहे है और अपनी दुकानों का संचालन करके अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे है । अब वे अचानक बिना किसी मुआवजे के अपना मकान व दुकान खाली करके कहाँ जाएँ । स्थानीय नागरिकों में इस बात को लेकर भी काफी नाराजगी है कि अब तक किसी जनप्रतिनिधि या जिला प्रशासन ने इस आग को बुझाने के लिए कोई कदम नही उठाया है । इसके साथ ही यहाँ के निवासी कोयले में लगी आग से निकलने वाली जहरीली गैस कार्बन मोनो ऑक्साइड से भी परेशान है जो सीधे इनके घरों में घुस रही है ।
ज्ञात हो कि ऐसी ही लापरवाही के कारण 6 मई 2010 को अंजनी हिल माइन्स में एक बड़ा हादसा हुआ था जिसमे 14 लोगो की दुखद मौत हो गई थी ।लगी आग के ऊपर बसे घरो की दीवारे हुई गर्म और काली . शहर में एसईसीएल की लापरवाही से सैकड़ो की तादाद में संचालित है अवैध कोयला खदाने और होती है कोयले की चोरी.अवैध खदान में भूमिगत आग लगने से करीब पचास मीटर की ऊपर पर बसे घरों की दिवारें काली पड़ गई है लोगों ने यहां से अपने सामान खाली कर 2-3 रुम को छोड़ दिया है तीन दिनों से लगी आग के कारण यहां की जमीन आग की गर्मी से तप रही है पहाड़ी के दोनों ओर आग की तपन महसूस की जा सकती है यह सब कारण यहां आसपास अवैध माइनिंग चलने से है । भले ही एसईसीएल प्रबंधन भूमिगत आग को ऊपरी सतह पर काबू कर ले, लेकिन भूमिगत आग बुझाने के लिए मैनेजमेंट के पास कोई मास्टर प्लान नहीं है ।।
इन परिवारो को मिला है खाली करने का नोटिस .
दुर्गा प्रसाद अग्रवाल – आग लगने के चौथे दिन तक कोई नहीं आया केवल औपचारिक रूप में आग बुझाने का काम किया जा रहा है नगर निगम एजेंसी ने नोटिस दिया है मकान को खाली करने का अगर हम लोगो मकान खाली कर देते है तो कहा जाएंगे हमारे पास रोजगार का और दूसरा कोई साधन नहीं है अगर कोई भी दुर्घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी. .
मकसूद अहमद – आज हमारा पूरा जीवन इसी शहर में बीत गया अब बुढ़ापे में दूसरे शहर जाना हमारे लिए संभव नहीं है दरवाजा खिड़की बना कर मै अपने परिवार का जीवन यापन करता हुए इसके आलावा दूसरा कोई रोजगार नहीं स्थानीय प्रशासन अपनी उदासीनता और ढुलमुल रवैये के कारण आग को नहीं बुझा रही है आज तक एक भी अधिकारी देखने तक नहीं आया और हम लोगो को नोटिस भेज दी खाली करने की हम लोग यहा से नहीं हटेंगे ।
श्रवण कुमार साहू. साहू गारमेंट – लगभग 40 से 50 वर्षो से हम इसी जगह छोटी मोटी दुकान का संचालन कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे है अब दूसरे शहर या स्थल जाना हम और हमारे परिवार के लिए सही नहीं है शहर की दोनों एजंसियां अपनी रीती निति सही करने के बजाए हम लोगों को हटाने का प्रयास कर रही है जो सही नहीं है ।
गोविंद साहू – हम लोग अब ऐसी उम्र में अपने परिवार को कहा लेकर जाएंगे और कहा रहेंगे सरकार आग को शांत करने के बजाए हम लोगों को यहा से हटा कर खदान चलाने का प्लान बना रही है एसईसीएल तो आज छः माह से विस्थापन की बात कह रही है लेकिन आज तक एक भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि हमारे पास नहीं यहा हम लोगो तो लगता है यह सब स्थानीय प्रशासन की चाल है और आग का बहाना बना रही है ।