बुद्ध जयंती के अवसर पर हुआ विविध कार्यक्रमों का आयोजन
छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग द्वारा विद्यार्थियों और समाज सेवकों को किया गया सम्मानित
रायपुर, छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के द्वारा बुद्ध इंटरनेशनल मल्टीपररस फाउण्डेशन छत्तीसगढ़ के माध्यम से बुद्ध जयंती हर्षोल्लास से मनायी गई। गांधी उद्यान रायपुर में आयोजित जयंती कार्यक्रम में विविध प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। चयनित प्रतिभागियों एवं उत्कृष्ट समाज सेवकों को इस अवसर पर पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर बुद्ध की प्रेम करूणा, नृत्य ध्यान (सक्रिय योगा) के द्वारा बुद्ध की विपश्यना-आनापान, मैत्तीभावना का सत्संग हुआ और बुद्ध की पूजा के साथ त्रिशरण पंचशील (महापरित्राण पाठ) धार्मिक संस्कार सम्पन्न किया गया।
इस अवसर पर ‘विश्व शांति स्थापित करने में बुद्ध के विचारों का योगदान’ विषय पर निबंध प्रतियोगिता, ‘युवाओं के ध्यान की महत्ता बुद्ध के उपदेशों के अनुसार’ विषय पर संगोष्ठी एवं ‘संसार के दुखों से मुक्ति हेतु मध्यम मार्ग की प्रासंगिकता’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। बुद्ध के जीवनी से संबंधित चित्रकला, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। भाषण प्रतियोगिता में प्रीति गुप्ता, बी. चौधरी तथा निबंध प्रतियोगिता भी पूजा गायकवाड़ व चंद्रसुधा बंजारे और प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता में पूजा जाम्बुलकर आदि छात्र-छात्राओं को प्रशस्त्रि-पत्र और बुद्ध की प्रतिमा प्रदान कर सम्मानित किया गया। समाज सेवा के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले बस्तर संभाग के कमिश्नर श्री दिलीप वासनीकर, भन्ते महेन्द्र, रामभाऊ डोंगरे, श्रीमती नेहा वासनिकर, प्रो. आशा चौधरी, डॉ. शीतल चौहान, श्रीमती सुमन मुथा, धम्म सूर्या इंडियन, दिलीप रागासे, प्रज्ञा मेश्राम आदि समाज सेवकों को सम्मानित किया गया।
आयोग के सचिव श्री बद्रीश सुखदेवे ने बताया कि इस अवसर पर बुद्ध की जीवनी पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया गया तथा राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अधिनियम व कल्याणकारी योजनाओं के पुस्तक, ब्रोशर, पाम्पलेट आदि का वितरण किया गया। इस अवसर पर आयोग के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र सिंह केम्बो, सदस्य श्री तौकिर रजा, बौद्ध धर्म गुरू भदन्त डॉ. बुद्धरत्न संबोधी महाथेरोजी, श्रीमती ताहिरा अल्वी खान, सर्वश्री सुमित टंडन, जाहिद अहमद, प्रकाश ठेंगडी, रघुनंदन साहू, जोहन पायला सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।