गरीब एवं साधन विहिन परिवारों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं : रमेश बैस
निजी अस्पतालों से बेहतर है राजधानी का अम्बेडकर अस्पताल : अजय चन्द्राकर
रायपुर-आयुष्मान भारत योजना के तहत रायपुर लोकसभा के सांसद रमेश बैस और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अजय चन्द्राकर ने आज आरंग विकासखण्ड के ग्राम मंदिर हसौद स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से प्रथम चरण में रायपुर जिले के 40 हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों का इलेक्ट्रानिक बटन दबाकर शुभारंभ किया। बैस ने शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में गरीबों एवं आम जनमानस के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के ग्राम जांगला से आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया था, जो प्रदेश के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को बीमारी न हो इसके पहले ही जांच कराना और यदि जांच में बीमारी पायी जाती है तो उनका सही दिशा में इलाज कराने के लिए हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर कारगर साबित होगा। बैस ने बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के तहत केन्द्र सरकार द्वारा देश के 10 करोड़ गरीब एवं साधन विहिन परिवारों के स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने को लक्ष्य रखा गया है। इस मिशन के अंतर्गत सभी पात्र परिवारों को अनेक बीमारियों में पांच लाख रूपए (प्रति परिवार प्रतिवर्ष) तक की चिकित्सा लाभ देश के किसी भी अनुबंधित अस्पतालों में प्राप्त होगी। बैस ने कहा कि केन्द्र सरकार की योजनाओं को धरातल पर बेहतर क्रियान्वयन से ही विकसित राष्ट्र का सपना साकार होगा।
स्वास्थ्य मंत्री चन्द्राकर ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने के लिए बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध करा रही है। उन्हांेने कहा राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना पर तेजी से अमल करते हुए इस योजना का क्रियान्वयन शुरू कर दिया है। इस आयोजन के प्रथम चरण में आज रायपुर जिले के 40 हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर शुरू किया जा रहा है। इन सेंटरों के माध्यम से एक छत के नीेचे ही लोगों को शासन की अनेक योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। श्री चन्द्राकर ने कहा कि प्रदेश में किसी भी निजी अस्पतालों की तुलना में राजधानी रायपुर स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल बेहतर है। इस अस्पताल मे बड़ी से बड़ी बीमारियों का इलाज किया जा रहा है। कैंसर जैसे जटिल बीमारी के इलाज के मामले में भी यह अस्पताल मध्यभारत में श्रेष्ठ अस्पताल है।
चन्द्राकर ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं मानवीय संवेदनाओं से जुड़ी सेवाएं है। अतः चिकित्सकों, विशेषज्ञों सहित सभी अमले को ध्यान में रखते हुए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश में अकेला ऐसा राज्य है जो प्रदेश के शत-प्रतिशत लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने के लिए स्मार्ट कार्ड के जरिए 50 हजार रूपए तक का निःशुल्क चिकित्सा सेवा उपलब्ध करा रहा है। साथ ही जन जागरूकता के लिए आम सहभागिता से काम कर रही है, ताकि कोई भी मरीज जानकारी के अभाव में गलत दिशा में इलाज न करावें। उन्होंने वर्तमान परिवेश में लोगों को स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से खान-पान, रहन-सहन, साफ-सफाई के प्रति सचेत रहने पर बल दिया। श्री चन्द्राकर ने कहा कि प्रदेश में आज एम्स की स्थापना भी धरातल पर है। इसका लाभ राज्य के लोगों को मिल रहा है। छत्तीसगढ़ में शासकीय सेक्टर में पहला मल्टी सुपर-स्पेशिलिटी अस्पताल जल्द ही शुरू होने जा रहा है।
आरंग के विधायक श्री नवीन मारकण्डेय ने कहा कि मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जिले में बेहतर और नार्मल प्रसव कराने लिए पुरस्कृत केन्द्र है। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के माध्यम से आयुष्मान भारत योजना के तहत क्षेत्र के 40 हजार 682 गरीब परिवारों को पांच लाख रूपए तक प्रति वर्ष प्रति परिवार स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा। केन्द्र सरकार की अधिकारी सुश्री सुदर्शन ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किए जा रहे स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वेलनेस सेंटर में बीमारियों के स्क्रीनिंग होने से बीमार होने से पहले ही बीमारियों का पता कर उसे दूर किया जा सकेगा। इस मौके पर रायपुर जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती शारदा वर्मा, जनपद पंचायत आरंग के अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा कुर्रे, ग्राम पंचायत मंदिर हसौद की सरपंच श्रीमती धनपत गायकवाड़, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं श्रीमती रानू साहू, रायपुर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश क्षीरसागर, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे और रायपुर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. के. शांडिल्य सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्टॉफ नर्स और बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीण उपस्थित थे।
आज के कार्यक्रम में रायपुर जिले के लिए चयनित जिन 40 हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों का शुभारंभ कियस उनमे- आरंग विकासखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भानसोज (नारा), प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चंदखुरी के बाहनाकाड़ी और पचेड़ा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुटेला के सकरी और समोदा। इसी प्रकार सेक्टर भैंसा के अंतर्गत चोरभट्टी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मंदिर हसौद के पलौद, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र फरफौद के बनरसी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र निस्दा और पारागांव को चयन किया गया है। इसी प्रकार अभनपुर विकासखण्ड के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उपरवारा के निमोरा और पचेड़ा, खोरपा के सारखी और परसुलीडीह, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खर्रा के सलोनी और रवेली। मानिकचौरी के हसदा, तोरला के तामासिवनी और पोंड, चम्पारण के टीला को हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के रूप में चयन किया गया है। तिल्दा विकासखण्ड के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बंगोली-बंगोली, मुरा, खौना, असौंदा, अड़सेना, गनियारी तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खैरखुट के उपस्वास्थ्य केन्द्र खैरखुट, तरपोंगी, सांकरा, किरना शामिल है। इसी प्रकार धरसींवा विकासखण्ड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मंदिर हसौद, बरौदा, छपोरा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिलयारी के पथरी, दोंदेकला के सारागांव, आमासिवनी के तुलसी, बोरियाकला के नकटी, उरला के उरकुरा और भाटागांव के दतरेंगा, सिलतरा और धनेली को हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर का शुभारंभ किया।
हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में दी जाने वाली सुविधाएं – प्रसव पूर्व देखभाल एवं प्रसव सेवाएं, नवजात, शिशु स्वास्थ्य एवं टीकाकरण सेवाएं, बाल्य एवं किशोर स्वास्थ्य सेवाएं, परिवार नियोजन एवं प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं संचारी रोग प्रबंधन, गैर-संचारी रोग, स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन, सामान्य रोगों के लिए बाह्य रोगी देखभाल प्रबंधन, आंख, नाक, कान, गला संबंधी सामान्य देखभाल, मुख स्वास्थ्य संबंधी देखभाल, वयोवृद्ध स्वास्थ्य देखभाल, आपातकालीन चिकित्सकीय सुविधा।