सुकमा में हाट-अस्पताल से हो रहा मरीजों का उपचार
सुकमा, मानव जीवन में स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, शासन प्रशासन के द्वारा प्रदेश के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदाय करने का प्रयास किया जाता रहा हैं, इन्हीं प्रयासों के तहत् जिला प्रशासन सुकमा द्वारा नवाचार के रूप में जिले के साप्ताहिक हाट-बाज़ार स्थानों में ग्रामीणों को बाज़ार के दिन बाज़ार स्थल पर ही स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए हाट-अस्पताल का संचालन किया जा रहा हैं। साप्ताहिक हाट-अस्पताल सुकमा के तीनों विकासखण्ड के 21 बाज़ार स्थानों में अगस्त 2017 से प्रारम्भ किया गया तथा अगस्त 2017 से वर्तमान तक 391 हाट अस्पताल का सम्पादन किया गया। जिसमें 19 हजार से अधिक ओपीडी, 270 गर्भवती जांच, 95 कुपोषित बच्चों की जांच, 786 मलेरिया की जांच, 572 उल्टी-दस्त सहित अन्य बीमारियों की परीक्षण किया गया हैं।
जिले के अधिकांश ग्रामीण अपनी रोजमर्रा की आवश्यकताओं के लिए साप्ताहिक बाज़ार पर निर्भर रहते हैं तथा बाज़ार के लिए कई किलोमीटर का फासला तय कर पहुंचते हैं। जिला प्रशासन की मंशा रही है कि यदि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को लेने अस्पताल तक नहीं आ पाते हैं तो उन ग्रामीणों तक स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ रूप से बाज़ार स्थल में ही कराया जाए। इस हेतु प्रशासन के द्वारा हाट अस्पताल में चिकित्सकों, एएनएम और स्वास्थ्य सहायकों को दवाईओं और आवश्यक जांच के उपकरणों के साथ सेवाएं देने हेतु निर्देशित किया गया हैं। स्वास्थ्य परीक्षण में पहुंचने वाले ग्रामीणों की विस्तृत जानकारी संधारित करने तथा डाटा अद्यतन करने का भी निर्देश दिए गए हैं। उक्त हाट अस्पताल में यदि कोई गम्भीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति इलाज हेतु पहुंचता है तो उसे जिला अस्पताल या नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में रेफर किया जाता हैं।
जिले में सुकमा विकासखण्ड के सुकमा, गादीरास, केरलापाल, सोनाकुकानार और बुड़दी, छिन्दगढ़ विकासखण्ड में तोंगपाल, पाकेला, कुकानार, रोकेल, कोडरीपाल, लेदा, छिन्दगढ़, पुसपाल और कोण्टा विकासखण्ड में दोरनपाल, कोण्टा, एर्राबोर, चिन्तागुफा, किस्टाराम, चिन्तलनार, जगरगुण्डा, गोलापल्ली में बाज़ार के दिन स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा हैं।