विशेष सचिव ने ली समाज कल्याण विभाग की राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक
विशेष सचिव श्री आर प्रसन्ना ने 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले सभी दिव्यांगजनों को पेंशन देना सुनिश्चित करें-श्री आर प्रसन्ना
आगामी शिक्षण सत्र में अधिक से अधिक दिव्यांग बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाने विकासखंड स्तर पर अभियान शुरू करने के निर्देश
रायपुर,.समाज कल्याण विभाग की राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक में विशेष सचिव श्री आर प्रसन्ना ने आज विभाग की जनकल्याणकारी योजनाओं और विभागीय कामकाज की समीक्षा की।श्री प्रसन्ना ने जिलों में पदस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले सभी बी पी एल दिव्यांगजनों को पेंशन देना सुनिश्चित करें इसके लिए सर्वे के आधार पर दिव्यांगता का प्रमाणपत्र जारी करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाएं। बैठक में बताया गया कि वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर वर्तमान में प्रदेश में दिव्यांगजनों की जनसँख्या 06 लाख 24 हजार 937 है जिसमें से 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगजनों की जनसँख्या दो लाख 61 हजार 919 है.अब तक दो लाख 42 हजार दिव्यांगजनों को प्रमाणपत्र प्रदान किये जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि सभी दिव्यांगजनों को राशन कार्ड,दिव्यांगजन प्रमाणपत्र, दिलाने के लिए कारगर कार्य योजना बनाकर युद्धस्तर पर कार्य करें। ताकि उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ मिल सके.बैठक में बताया गया कि वर्तमान में एक लाख 13 हजार 567 दिव्यांगजनों को विभाग की पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है और अब तक 31 हजार 664 दिव्यांगजनों को राशन कार्ड प्रदान किये गए हैं इस प्रगति पर श्री आर प्रसन्ना ने असंतोष व्यक्त किया और कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अब किसी भी प्रकार की लापरवाही और धीमी प्रगति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में बताया गया कि कृत्रिम अंग प्रदाय योजना के तहत 56 हजार 733,आवास योजनाओं में 2540,ऋण योजनाओं में 2540 दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया जा रहा है. बीमा योजना में अब तक 20 हजार 981 दिव्यांगजनों को पंजीकृत किया गया है.श्री आर प्रसन्ना ने निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक जिले और विकासखंड स्तर पर दिव्यांगजनों के लिए एक -एक मॉडल स्कूल विकसित करें और यहाँ दिव्यांग बच्चों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं जैसे रैंप,व्हील चेयर, टैक्टाइल टाइल्स ,विशेष शौचालय आदि उपलब्ध कराई जाएं। विशेष सचिव ने आगामी शिक्षण सत्र में अधिक से अधिक दिव्यांग बच्चों को शालाओं में प्रवेश दिलाने के लिए विकास खंड स्तर पर अभियान चलाने को भी कहा है. उन्होंने समाज कल्याण विभाग के जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभाग की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए शासन के अन्य विभागों स्वास्थ्य ,महिला एवं बाल विकास ,स्कूल शिक्षा विभाग से सतत संपर्क में रहें. श्री प्रसन्ना ने आंगनवाड़ियों और सामान्य शालाओं में दिव्यांग बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा करते हुए कहा है कि दिव्यांग बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति और अन्य सुविधाओं की सतत निगरानी करें ताकि कोई बच्चा इनसे वंचित न रहे।उन्होंने कहा कि शासकीय संस्थाओं में दिव्यांग बच्चों की आवश्यकता के अनुसार अधोसरंचना विकास पर विशेष रूप से ध्यान दें।बैठक में समाज कल्याण विभाग के संचालक डॉ संजय अलंग ने विभाग द्वारा सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत निराश्रितों,दिव्यांगजनों,विधवा एवं परित्यक्ता महिलाओं तथा वृद्धजनों को दी जा रही पेंशन की समीक्षा करते हुए कहा कि कोई भी हितग्राही पेंशन से वंचित न रहे।उन्होंने बैठक में सभी पेंशन प्राप्तकर्ताओं को सीधे उनके बैंक खातों के माध्यम से राशि भुगतान हेतु डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसेक्शन योजना की प्रगति की भी जानकारी ली।बैठक में प्रदेश में संचालित बहुविकलांग केंद्र,विशेष विद्यालय,वृद्धाश्रम,नशामुक्ति केंद्र के कामकाज की भी समीक्षा की गई। बैठक में सर्व श्री अपर संचालक एम एल पाण्डेय ,संयुक्त संचालक राजेश तिवारी ,उप संचालक श्री पंकज वर्मा सहित सभी जिलों से समाज कल्याण विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे.