मंदिरों के जीर्णोद्धार, धर्मशाला, सामुदायिक भवन तथा यज्ञ मंडप निर्माण के लिए 79.73 लाख रूपए का अनुदान
कोरिया जिले के चिरमिरी के गोदरी पारा के राधाकृष्ण मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए दस लाख रूपए स्वीकृत
रायपुर, रज्य सरकार ने विभिन्न मंदिरों में निर्माण, धर्मशाला निर्माण, यज्ञ मंडप निर्माण, मंदिर जीर्णोद्धार, सामुदायिक भवन सहित अन्य कार्यों के लिए 79 लाख 73 हजार रूपए का अनुदान आबंटित किया है। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा यहां नया रायपुर स्थित मंत्रालय (महानदी भवन) से अनुदान आबंटन से संबंधित आदेश अलग-अलग जारी कर दिए गए हैं।
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि दुर्ग नगर निगम वार्ड-28 के शंकर नगर में दुर्गा मंच के पास यज्ञ मंडप निर्माण के लिए तीन लाख रूपए, वार्ड-28 श्रमिक नगर में यज्ञ मंडप निर्माण के लिए तीन लाख रूपए, वार्ड-28 राजीव नगर छावनी में मंदिर प्रवेशद्वार निर्माण के लिए एक लाख रूपए, वार्ड-34 शिव मंदिर के पास धर्मशाला निर्माण के लिए तीन लाख 50 हजार रूपए तथा वार्ड-35 के सड़क नम्बर 31 में यज्ञ मंडप निर्माण के लिए दो लाख रूपए का अनुदान स्वीकृत किया गया है। इसी प्रकार बेमेतरा जिले के साजा विकासखंड के ग्राम सहसपुर में शिव मंदिर के पास सामुदायिक भवन निर्माण के लिए पांच लाख रूपए, रायगढ़ जिले के सारंगढ़ विकासखंड के छोटे परसदा में दुर्गा मंदिर जीर्णोद्धार के लिए दो लाख 27 हजार रूपए, सारंगढ़ के काली मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए पांच लाख रूपए, रायगढ़ के प्रगति विहार में जेल परिसर के पीछे प्राचीन शिव मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए चार लाख 96 हजार रूपए तथा रायगढ़ के महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर राजा पारा में प्रथम तल पर एक कक्ष निर्माण के लिए पांच लाख रूपए का अनुदान दिया गया है।
धार्मिक न्यास मंत्री श्री अग्रवाल ने बताया कि कबीरधाम जिले के भोरम देव मंदिर परिसर में मंच स्थल के पास धर्मशाला बनाने के लिए बीस लाख रूपए का अनुदान जारी किया गया है। दुर्ग जिले के छावनी के दुर्गा मंदिर मंगल बाजार के जीर्णाद्धार के लिए पांच लाख रूपए, महासमुंद जिले के सिरपुर में कोसरिया पटेल (मरार) समाज के धर्मशाला के जीर्णोद्धार के लिए पांच लाख रूपए, कोरिया जिले के चिरमिरी के गोदरी पारा के राधाकृष्ण मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए दस लाख रूपए तथा राजधानी रायपुर के जोरापारा में सतबहनियां शीतला सामुदायिक भवन निर्माण के लिए पांच लाख रूपए की अनुदान सहायता दी गई है।