एमसीबी के पूर्व प्रभारी डीपीएम पर मेहरबान प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा
महिने भर पहले कलेक्टर ने इनकी सेवा समाप्त करने प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक को लिखा था पत्र
तुलसी अमृत हॉस्पिटल चिरमिरी जॉच की फाइल चोरी का है आरोप
बैकुंठपुर। केप्शन फोटो
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग अब सेेवा समाप्त करने से कतरा रहा है। इसी का उदाहरण एमसीबी जिले के पूर्व प्रभारी डीपीएम को जिले के कलेक्टर द्धारा कार्यवाई करने के पत्र सौपने के बाद भी बार बार टालमटोल किया जा रहा हे। इसी का उदाहरण है कि छत्तीसगढ केे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक ने एमसीबी जिले के मनेन्द्रगढ़ में पदस्त विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक सुलेमान खान को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। संदर्भित पत्र के माध्यम से एमसीबी जिले में पीसीपीएनडीटी अंतर्गत तुलसी अमृत हॉस्पिटल चिरमिरी का निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान संस्थान में कई अनियमितताएं पाये जाने के फलस्वरूप निरीक्षण दल ने संबंधित संस्था के सोनोग्राफी कक्ष को शील बन्द किया था।
पूरी कार्यवाही का पंचनामा को दिनांक 19.03.2024 को सुलेमान खान के द्वारा कहा गया कि प्रकरण से संबंधित समस्त दस्तावेज किसी के द्वारा चोरी कर लिया गया है। जबकि दस्तावेज सम्हाल कर रखने की जिम्मेदारी सुलेमान थी। संबंधित संस्था की निरीक्षण विषयक समस्त फाईल एवं नस्ती चोरी होने के बाद जांच प्रक्रियानुरूप की गई। जांच पश्चात् जांच में दोषी पाया गया है। जो सुलेमान खान को विभाग ने कार्य के प्रति लापरवाही एवं उदासीनता को प्रकट करता है।
इस संबंध में सुलेमान खान को सेवा से पृथक किये जाने हेतु एमसीबी कलेक्टर नेे जांच प्रतिवेदन संलग्न कर राज्य कार्यालय में पत्र प्रेषित की गयी। इसलिए मानव संसाधन नीति 2018 कंडिका क्रमांक 33.5 एवं 34.2 के तहत सुनवाई का पर्याप्त अवसर दिये जाने के परिप्रेक्ष्य में निर्देशित गया है कि इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण पत्र जारी होने के 07 दिवस के भीतर देने की बात कही गई है। वही पर सुलेमान खान के द्धारा सेटिंग करने का प्रयास किया जा रहा है गत 09 अक्टूबर 2024 को कलेक्टर के द्धारा पत्र लिखकर इनकी सेवा समाप्ति की बता कही गई थी बावजूद एक महिना बीतने के बाद एक बार फिर से मामले में जवाब तलब करना इसका पुख्ता प्रमाण ही कहा जायेगा।