जंगलों के संरक्षण के लिए तत्परता से पौधारोपण कार्य निरंतर जारी, रेंजर समय समय पर कर रहे सघन जंगलो का दौरा
जंगलों के संरक्षण के लिए तत्परता से पौधारोपण कार्य निरंतर जारी, रेंजर समय समय पर कर रहे फील्ड का बराबर दौरा, जंगलों में रेंजर की पैनी नज़र
एमसीबी। वनों के संरक्षण के लिए तत्पर वन परिक्षेत्र अधिकारी मनेंद्रगढ़ द्वारा निरंतर रूप से वनों की देख रेख की जा रही है, जहां वन परिक्षेत्र मनेंद्रगढ़ के बीट खांड़ा, बसेरपारा, सेमड़ापारा समेत कई जगहों पर करोड़ों की लागत से वृक्षारोपण किया गया है, जिससे वनस्पतियों एवं जंगलों की हरियाली को बचाया जा सके और तो और रेंजर मनेंद्रगढ़ द्वारा समय समय पर अपने परिक्षेत्रों का निरंतर दौरा कर चल रहे समस्त प्रकार के वन विकास कार्यों का मुआयना भी किया जा रहा है, जिसके साक्ष्य आज वर्तमान में उक्त स्थल पर जा कर देखे जा सकते हैं, वन विभाग के उच्च पदाधिकारियों के निर्देशानुसार इन तमाम बीटों में बड़े पैमाने में फलदार एवं औषधियुक्त पौधे रोपित किए गए हैं, जो अब भी जीवित हैं एवं बड़ी तेज़ी से बढ़ रहे हैं। वन परिक्षेत्र मनेंद्रगढ़ के सक्षम अधिकारी द्वारा कुछ दिनों पुर्व ही बड़े पैमाने में हो रहे झगराखांड़ के वन भुमि में किए जा रहे अवैद्य अतिक्रमण पर भी सख्ती से नियमानुसार कार्यवाही की गई है, जिसके बाद अवैद्य अतिक्रमणकारियों को दल बल के साथ वन भुमि से हटवाया गया, बताया जा रहा है कि वर्तमान समय में वन पर मनेंद्रगढ़ के विभिन्न स्थलों में अतिक्रमण जोरों पर है जिसके संबंध में वन परिक्षेत्र मनेंद्रगढ़ के अधिकारी रामसागर कुर्रे द्वारा बताया गया कि वन विभाग को हो रहे इन सभी अतिक्रमण की बराबर जानकारी है और समय समय पर इन अवैद्य अतिक्रमणों पर भी सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी और वन भुमि में जबरन कब्जा कर रहे लोगों पर भी सम्पूर्ण कार्यवाही की जाएगी, रामसागर कुर्रे ने आगे बताया कि अतिक्रमणकारियों द्वारा वन भुमि में अवैद्य कब्जा करने की होड़ में वनों को बड़े स्तर से क्षति पहुंचाया जाता है, कई हरे भरे वृक्षों की भी बलि चढ़ा दी जाती है, जिससे कि वन संपदा को भारी नुक्सान का सामना करना पड़ता है, इन सभी समस्याओं से निपटने के लिए रेंजर रामसागर कुर्रे द्वारा अपने वन परिक्षेत्र के सभी बीटों में बराबर दौरा किया जा रहा है और सभी बीट गार्डों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वन संपदा को हानि पहुंचाने वाले समस्त संबंधित लोगों पर त्वरित कार्यवाही की जाए और समय समय पर उच्च अधिकारियों को भी इन तमाम मसलों के संबंध में सूचना दी जाए, जिससे कि जंगलों को उनका अस्तित्व खोने से बचाया जा सके, जंगली जानवर भालू की चपेट में आने से कुछ हफ्तों पुर्व मनेंद्रगढ़ शहर के पास ही गांव झगराखांड और चनवारीडांण के दो ग्रामीण ज़ख़्मी हो गए थे, जिनका ईलाज भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ में आयुष्मान कार्ड से करवाया गया और रेंजर रामसागर कुर्रे द्वारा दोनों घायल ग्रामीणों को एक एक हज़ार की सहयोग राशि भी दी गई है, और रामसागर कुर्रे द्वारा उन्हें यह आश्वासन भी दिया गया है कि यदि आगे किसी तरह की कोई समस्या हो तो घायल व्यक्तियों के परिवारजन वन विभाग से संपर्क करें ताकि उन्हें आगे भी ज़रुरत पड़ने पर सहयोग किया जा सके।