November 22, 2024

संभागायुक्त ने नोडल अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक

0

सुगम, सुघ्घर व समावेशी मतदान कराने के दिये निर्देश

जल, जंगल, जमीन और खनिज सम्पदा हमारी राष्ट्रीय सम्पदा

मनेंद्रगढ़/12 अप्रैल 2024/ सरगुजा संभागायुक्त श्री जी. आर. चुरेनद्र एक दिवसीय प्रवास पर जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर पहुंचे। आगामी लोकसभा निर्वाचन 2024 की तैयारियों एवं निर्वाचन के दौरान कानून व्यवस्था के संबंध में आयुक्त सरगुजा संभाग की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक आहूत की गयी। बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री डी. राहुल वेंकट, उप जिला निर्वाचन अनिल सिदार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अशोक वाडेगावकर सहित निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिए नियुक्त जिला नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने संभागायुक्त को जिले में लोकसभा निर्वाचन 2024 की तैयारियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने जिले की भौगोलिक जानकारी देते हुए, जनसंख्या, वोटरों की संख्या के साथ मतदान केन्द्रों, राजनीतिक दलों के साथ बैठक, मतदान दलों के प्रथम चरण का प्रशिक्षण, ईवीएम रेंडमाइजेशन, एफएसटी, एसएसटी, व्हीएसटी, व्यय निगरानी दल, अन्तर्राज्यीय सीमा से लगे चेक पोस्ट एवं बैरियर की भी जानकारी दी।
संभागायुक्त ने आगामी लोकसभा निर्वाचन 2024 से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर नोडल अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि नये जिले में बहुत सी चुनौतियां होती है। मानव संसाधन की कमी होती है। समस्त अधिकारियों को नये जिले के स्थापना के दृष्टिकोण से तनमयता, समर्पण तथा पूरी गंभीरता से कार्य करने की आवश्यकता है। लोकसभा निर्वाचन को सम्पन्न कराने के लिए जिन अधिकारी एवं कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। वे ईमानदारी से अपने कर्तव्यों और दायित्वों का अच्छे से निर्वहन करे। निर्वाचन की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है ऐसे में समस्त विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी चुनाव आयोग के अधीन हो जाते है। इसलिए आदर्श आचार संहिता के दौरान अधिकारियों को अपने आप को निष्पक्ष रखते हुए निष्पक्षता के कार्य करना चाहिए। निर्वाचन के दौरान सेक्टर अधिकारियों का महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अधिकारी मतदान केन्द्रों की सूची, मतदाताओं की सूची का भलीभांति अध्ययन कर ले। सुगम, सुघ्घर व समावेशी मतदान कराने के लिए मतदान केन्द्रों में साफ-सफाई, पेयजल, छाया, बिजली, शौचालय आदि जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की जांच कराकर व्यवस्था दुरुस्त करा लें।
उन्होंने बताया कि लोकसभा निर्वाचन के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या निर्वाचन दल के लोगों को होती है तो वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर समस्या का निराकरण करें। उन्होंने सी-विजिल की जानकारी लेते हुए निर्देश दिये, सी-विजिल में सही जानकारी अपलोड करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने अधिकारियों को कहा कि चुनाव आयोग सभी चीजों को लिखित रूप में लिपिबद्ध कर लिया है। आपको निर्वाचन के दौरान कोई भी समस्या आती है तो उसका निराकरण भी वही से होना है। निर्वाचन एक टीम वर्क काम है, इसे टीम के साथ समन्वय बनाकर सफल बनाने का प्रयास करें। यदि आप निर्वाचन की तैयारी पहले से ही कर लेंगे और किस फॉर्मेट में कौन-कौन सी जानकारी उपलब्ध करानी है यह सुनिश्चित कर लेंगे तो कार्य दिवस के दिन आपको किसी भी प्रकार की समस्या से नहीं गुजरना पड़ेगा।
संभागायुक्त ने कहा कि बेहतर समाज के निर्माण एवं ग्रामीण लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए गांवों में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों, बुराइयों, नशापान, फिजूलखर्ची को रोकने की आवश्यकता है। इस हेतु इन दोषों को दूर करने के लिए उन्होंने ग्राम सभाओं के माध्यम से अभियान चलाए जाने के लिए कहा। उन्होंने गांवों में आर्थिक गतिविधियों को तेज करने के लिए मछली पालन, पशुपालन, सामूहिक बागवानी और खेती आदि कार्यों पर बल देते हुए कहा कि हर हाथ को रोजगार देने के लिए लोगों को प्रेरित करने के साथ ही उन्हें पर्याप्त अवसर दिए जाने की भी आवश्यकता है। संभागायुक्त ने ग्राम पंचायतों में प्रति सप्ताह ग्रामीण सचिवालय और प्रत्येक 15 दिन में विकासखंड मुख्यालय में विकासखण्ड सचिवालय का आयोजन करने के लिए कहा। जिससे गांवों की समस्याओं का निराकरण जल्द से जल्द हो सके। उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को मुख्यालय में रहने और अपने क्षेत्र का नियमित भ्रमण करने के साथ ही दैनिक जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को देने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों का आपसी समन्वय स्थापित कर भाईचारा के साथ कार्य करने के निर्देश दिये। सरकार के द्वारा कार्य करने के प्रावधान तैयार किया गया है उसी के अनुसार कार्य करना है। नया जिला का लाभ अधिक से अधिक लोगों मिल सके। इसके लिए अधिकारी लगातार मासिक निरीक्षण रोस्टर तैयार करे तथा निरीक्षण के विभागीय निरीक्षण के साथ-साथ अन्य विभागों के कार्य का निरीक्षण करें इसमें निर्माण कार्य भी शामिल करने के साथ ही विभागवार वार्षिक प्रतिवेदन तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जल, जंगल, जमीन, खनिज सम्पदा हमारी राष्ट्रीय संपदा है। किसी भी जिले और राज्य के विकास में इसकी अहम भूमिका होती है। इसे सहेजने काम भी हमारी ही है।
उन्होंने जिले में स्थित शासकीय भूमि का सर्वे करने, नक्शा अद्यतन करने एवं उनका पोर्टल पर एंट्री करने की बात कही साथ ही लोक प्रयोजन के लिए उपयोगी शासकीय भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को हटाने के लिए उचित कार्यवाही करने एवं नए कब्जों की सूचना पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। संभागायुक्त ने तालाबों में जल आवर्धन हेतु आउटलेट-इनलेट बनाने, भूमिगत जलस्रोतों का स्तर बढ़ाने हेतु नदी- तालाबों तक पहुंचने वाले जलमार्गों के रास्ते में बनाए गए अवरोधों को तत्काल हटाने के निर्देश दिए, जिससे जलस्तर में वृद्धि हो सके।
इस दौरान सहायक रिटर्रिनिंग अधिकारी मनेन्द्रगढ़ लिंगराज सिदार, डिप्टी कलेक्टर प्रवीण कुमार भगत, सी-विजील नोडल बिजयेन्द्र सारथी, पीएलओ नोडल संजय कुमार ठाकुर, विभिन्न विभाग के नोडल अधिकारी सहित अन्य अधिकाीर एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *