मुख्यमंत्री शामिल हुए नक्सल पीड़ित ग्राम मद्देड़ के समाधान शिविर में : लगभग डेढ़ करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों की तत्काल मंजूरी
बस स्टैण्ड निर्माण के लिए देंगे 50 लाख रूपए
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के तीसरे चरण में प्रदेश व्यापी दौरे की शुरूआत आज नक्सल हिंसा पीड़ित बस्तर संभाग के जिलों से की। उन्होंने सबसे पहले कांकेर जिले के ग्राम पंचायत मुख्यालय बण्डाटोला का आकस्मिक दौरा किया और वहां चौपाल में ग्रामीणों से मिले। इसके बाद उन्होंने बस्तर संभाग के ही सुदूरवर्ती बीजापुर जिले के भोपालपट्नम तहसील के ग्राम मद्देड़ मे आयोजित समाधान शिविर में हिस्सा लिया। उन्होंने वहां डेढ़ करोड़ रूपए से ज्यादा के निर्माण और विकास कार्यों को तत्काल मंजूरी देने की घोषणा की।
जनता को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने मद्देड़ में बस स्टैण्ड निर्माण के लिए 50 लाख रूपए, कोंगोंपल्ली-संगमपल्ली मार्ग में सोलर लाईट लगाने के लिए 30 लाख और मद्देड़ में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए मंजूर करने की घोषणा की। डॉ. सिंह ने मद्देड़ में तालाब खुदाई के लिए जे.सी.बी. मशीन खरीदने के लिए भी 50 लाख रूपए तत्काल मंजूर कर दिए। उन्होंने समाधान शिविर में तमलापल्ली के लिए नल-जल योजना और पामगल, मिनकापल्ली, वंगापल्ली, उस्कालेड और पेगड़ापल्ली के लिए कुल 25 लाख रूपए की लागत से 5 सोलर हैण्डपम्प स्थापना की मांग को भी तुरंत मंजूर करने का ऐलान किया।
डॉ. सिंह ने कहा कि जिला मुख्यालय बीजापुर में अगले माह अप्रैल में 13, 14 और 15 तारीख को तीन दिवसीय विशाल स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर में मद्देड़ सहित आसपास की 11 ग्राम पंचायतों से आए ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए उनकी समस्याएं भी सुनी और अधिकारियों को मंच पर बुलाकर इनमें से कई समस्याओं का मौके पर ही समाधान भी करवाया। डॉ. सिंह ने जनता से कहा कि बीजापुर जिले में मद्देड़ एक महत्वपूर्ण स्थान है, जो इस जिले के भोपालपट्नम क्षेत्र में अंतर्राज्यीय सीमा से लगा हुआ है। इस वजह से यह आर्थिक विकास और व्यवसायिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है। निकट भविष्य में इस क्षेत्र का और भी अधिक विकास होगा। उन्होंने कहा कि विगत 14 वर्ष में बीजापुर जिले में विकास के कई क्षेत्रों में शानदार प्रगति हुई है। जनता की ताकत से ही सरकार को जनता के लिए विकास के कार्य करवाने की ताकत मिलती है। पूरे जिले में सड़कों और पुल-पुलियों का जाल बिछाया जा रहा है। उन्होंने लोगों को बताया कि राज्य सरकार ने तेन्दूपत्ता श्रमिकों की मजदूरी 1800 रूपए से बढ़ाकर प्रति मानक बोरा ढाई हजार रूपए कर दी है। इमली का न्यूनतम समर्थन मूल्य 18 रूपए प्रति किलो से बढ़ाकर 25 रूपए प्रति किलो कर दिया गया है।
समाधान शिविर में ग्राम पंचायत मद्देड़ अंगमपल्ली, गोरला, कोत्तापल्ली, मिनकापल्ली, पेगड़ापल्ली, संगमपल्ली, कमलापल्ली, उस्कालेड और वंगापल्ली सहित उनके आश्रित गांवों के हजारों लोग शामिल हुए। मद्देड़ समूह के समाधान शिविर में लोक सुराज अभियान के प्रथम चरण में 1956 आवेदन प्राप्त हुए थे, इनमें से 1893 आवेदनों का निराकरण हो चुका है। प्रथम चरण में सम्पूर्ण बीजापुर जिले के आवेदन संकलन केन्द्रों में 21 हजार 841 आवेदन मिले थे, इनमें से 20 हजार 048 का निराकरण किया जा चुका है। शिविर में यह भी बताया गया कि बीजापुर-भोपालपट्नम राष्ट्रीय राजमार्ग के 50 किलोमीटर के हिस्से में सम्पूर्ण निर्माण किया जा चुका है। इस मार्ग में सात पुलों का भी निर्माण किया जा रहा है। भोपालपट्नम-रालापल्ली समूह नल-जल योजना का भी कार्य शुरू कर दिया गया है। मद्देड़ के समाधान शिविर में पेंशन योजना के लिए 47 आवेदन मिले, इनमें से 30 तत्काल मंजूर कर दिए गए।
दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना, मुख्यमंत्री मजरा-टोला विद्युतीकरण योजना और प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के तहत पांच गांवों मद्देड़, संगमपल्ली, पामगल, गोरला और अंगमपल्ली में शत-प्रतिशत घरों को बिजली का कनेक्शन दिया जा चुका है। मद्देड़ नलजल योजना का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। फिलहाल इसमें जल आपूर्ति का परीक्षण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर नियमित रूप से इस नल-जल योजना में पेयजल आपूर्ति शुरू हो जाएगी। समाधान शिविर में वन और विधि मंत्री श्री महेश गागड़ा ने मंच पर पुष्पगुच्छ भेंटकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह, सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, बस्तर संभाग के कमिश्नर श्री दिलीप वासनीकर और कलेक्टर बीजापुर श्री आयाज तम्बोली सहित क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती जमुना सकनी सहित जिला पंचायत और जनपद पंचायतों के अनेक सदस्य तथा बड़ी संख्या में पंच-सरपंच भी मौजूद थे।