क्या दोगली नीति से हो पाएगा जोगी का उद्धार, द्रोणाचार्य
अपने ही गिराते है….
होली,आपस का त्यौहार है और आपस सद्भाव ही आगे की रणनीति तय करता है इसी के मद्देनजर कोरिया के दो आला कांग्रेसी जनता कांग्रेस के नामित विधानसभा उम्मीदवार गुलाब सिंह से गले मिलने पहुंचे और बातों ही बातों में कोरिया कांग्रेस आगे की रणनीति को ठेंगा दिखाते नजर आए समाचार में लगा तस्वीर वेदांती तिवारी जो कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं और उनके बगल में बैठे गुलाब सिंह जनता कांग्रेस भरतपुर सोनहत की उम्मीदवार हैं पीछे की सीट में बैठे अशोक जयसवाल जोकि बैकुंठपुर नगरपालिका के अध्यक्ष हैं तिगड़ी का ऐसा मेल होली के अवसर पर कोरियर कांग्रेस के लिए आने वाले कई दावों के सीधा प्रमाण है तीन महानुभाव के एक खास समर्थक ने कांग्रेस के दोनों नेताओं को जनता में शामिल होने की बात कही जो कि कोरियर कांग्रेस के लिए झटका ही नहीं बल्कि का जोगी कांग्रेस कि मजबूत होती शाख पर विचार आवश्यक हो चला हो चला है माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में वेदांती तिवारी का पत्ता साफ होने वाला है इसलिए उन्होंने पहले से ही जनता कांग्रेस का दामन थामना शुरू कर दिया है छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कर्ताधर्ता वर्तमान में पीएल पुनिया को इस तरह के कार्यकर्ता इस तरह के पुराने कार्यकर्ताओं पर नजर रखने की आवश्यकता है गुटबाजी पर विचार करना होगा अन्यथा छत्तीसगढ़ कांग्रेस का जिस सोंच को लेकर सत्ता में आने की उम्मीद जता रही है वह सिर्फ काल्पनिक मात्र ही होगा। सबसे अहम बात यह है कि वेदांती तिवारी को जनता कांग्रेस का हाथ थामना समझ मे आता है पर अशोक जैसवाल को कांग्रेस से नुकसान हुआ है जो जनता कांग्रेस की ओर रुख कर रहे है क्या वे खुद को बैकुंठपुर से विधानसभा का बी उम्मीदवार तो नही मान रहे है सोचनीय प्रश्न है और कांग्रेस को गहन चिंतन करने की जरूरत है वरना चिड़िया कब खेत चुग जाएगी पुनिया समझ नही पाएंगे। गुटबाजी का सिलसिला होली से ही सामने दिखाने लगा है।