सीएम भूपेश बघेल के युवा संवाद से युवाओं को धोखा देने वाले भाजपाई तिलमिला रहे हैं
*युवा ही मोदी भाजपा का अहंकार तोड़ेंगे देश मे बदलाव लायेंगे
- रायपुर 12 जुलाई 2023/ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के युवाओं से संवाद कार्यक्रम से युवाओं को धोखा देने वाले भाजपाई तिलमिला रहे हैं। भाजपा ने हमेशा युवाओं को गुमराह किया है धोखा दिया है बरगलाया है और दिशाहीन करने का प्रयास किया है भूपेश बघेल की सरकार युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा रोजगार की दिशा में अनेक काम किए हैं बीते साढ़े 4 साल में 5लाख युवाओं को रोजगार स्वरोजगार और सरकारी नौकरी के माध्यम से रोजगार दिया और आने वाले 5 वर्ष में रोजगार मिशन के माध्यम से 15लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है साथ में कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहे हैं अभी वन विभाग शिक्षा विभाग स्वास्थ्य विभाग कृषि विभाग सहित हर विभाग में सरकारी नौकरी की भर्तियां चल रही है यही भाजपा के लिए पीड़ा का विषय है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा मोदी के 9 साल पूरा होने पर युवाओं से चर्चा करने गए थे युवाओं ने तवज्जो नहीं दिया इससे भाजपा को समझ में आ गया है कि मोदी का जुमला और भाजपा का झूठ नहीं चलने वाला है इसीलिए प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिसे प्रदेश के युवा कका कहकर पुकारते हैं उनके युवा संवाद कार्यक्रम से भाजपा में हड़कंप मचा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि युवा ही मोदी भाजपा का अहंकार तोड़ेंगे देश में बदलाव लाएंगे। पढ़ा लिखा युवा समझ रहे हैं कि जिस प्रकार से मोदी सरकार ने दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने के नाम से 9 साल से युवाओं को धोखा दिये। उसी तरह ही मोदी भाजपा ने किसानों की आमदनी दुगुनी का वादाकर पूरा नही किया ,आज किसान हताश और परेशान हैं महिलाएं असुरक्षित है महंगाई चरम सीमा पर है बेरोजगारी बढ़ रही है देश में 9 साल में कर्ज 155 लाख करोड़ हो गया है आजादी के बाद 14 प्रधानमंत्रीयो ने 55 लाख करोड़ कर्ज लिया था। सरकारी संपत्ति बिक रही है केंद्र ने सरकारी नौकरी में भर्ती को बंद करके रखा है और ट्रेन में प्रतियोगी परीक्षा के लिए यात्रा करने के दौरान जो युवाओं को छूट मिलती थी उसे भी खत्म कर दिया गया है प्रतियोगी परीक्षा के शुल्क के नाम से मोदी सरकार ने 9 साल में 600 करोड़ रुपए के करीब युवाओं से वसूल लिया है और मात्र 75000 नियुक्ति पत्र देकर देश के करोड़ों युवाओं को धोखा दिया है।