November 23, 2024

अर्जुनी नशे के सौदागरों के जद् में , पुलिस के सामने खुलेआम बिक रहे गांजा शराब

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’ नशे का हब(गढ़) बना अर्जुनी व अंचल के दर्जनों गांव

’तीन ग्रामीण थानों के सर्कल में चल रहा यह कारोबार

’राजनीतिक सह के चलते अवैध कारोबार में इजाफा

       रूपेश कुमार वर्मा

अर्जुनी – बलौदाबाजार विकासखण्ड के सबसे बड़े कस्बा ग्राम पंचायत अर्जुनी व ग्रामीण अंचलों में मादक व नशीली पदार्थों का खुलेआम अवैध बिक्री का गोरखधंधा जोरों से चल रहा है। जिसके चलते अर्जुनी व ग्रामीण अंचल नशे का हब बनता जा रहा है जिसको कार्यवाही के अभाव में विभागीय संरक्षण दिया जा रहा है। या ऐसा कहना भी गलत नहीं होगा। आबकारी और पुलिस विभाग की लापरवाही के चलते चौक चौराहों में अवैध शराब व गांजे की बिक्री हो रही है। इसके बावजूद पुलिस और आबकारी अमला गांजे और अवैध शराब विक्रेताओं के विरुद्ध चुप्पी साधे बैठा है। किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही है। बता दें कि गांजा और शराब की अवैध बिक्री के मामलों में कोई ठोस कार्यवाही नहीं होने से इन दिनों चौक चौराहों खेले गुमटीओ में खुलेआम शराब की बिक्री होने लगी है। यहां सार्वजनिक स्थानों पर गांजा शराब का सेवन करने वालों का जमावड़ा आम बात हो गई हैं। वंही इन पर कार्यवाही नहीं होने से नागरिकों को अच्छी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते अर्जुनी व अंचल का माहौल खराब तो हो ही रहा है वहीं दूसरी ओर युवा पीढ़ी नशे की लत के आदी होते जा रहे है। ऐसा भी नहीं है कि गांजा और शराब के अवैध कारोबार की जानकारी जिले के आबकारी और पुलिस प्रशासन को ना हो लेकिन वहीं पर कार्यवाही ना कर स्वयं ही अपने कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। यहां सरकारी शराब दुकान से ही सांठगांठ कर लोगों द्वारा अवैध शराब बेचकर ऊंची कीमत वसूल करने का काम किया जा रहा है । ज्ञात हो कि अर्जुनी सहित आस-पास के गांव जिनमें टोनाटार रवान,भद्रापाली,खैऱताल पौंसरी,करमदा, बोरसी,खम्हरिया,अमलीडीह, ऐसे दर्जनों गांव है जिनमें अवैध शराब का कारोबार खूब फल फूल रहा है। लेकिन ऐसे अवैध कारोबारियों की पुलिस और आबकारी अमला को जानकारी होने के बावजूद इस दिशा में रोकथाम की कोई पहल नहीं की जा रही है।
विदित हो कि अर्जुनी बलौदा बाजार सिटी कोतवाली से 11 किलोमीटर व भाटापारा ग्रामीण थाना 13 किलोमीटर के बीच बलौदाबाजार भाटापारा मुख्य मार्ग पर ग्राम पंचायत अर्जुनी है। अर्जुनी से लगे अधिकांश गांव भाटापारा ग्रामीण थाना के अंतर्गत आता है। कुछ गांव ऐसे हैं जो कि सुहेला थाना के अंतर्गत आते हैं। तीनों तरफ से घिरे होने के बावजूद यहां मादक नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री का खुलेआम होना स्वतः ही संरक्षण की बातों को सिद्ध करता है। वही बलौदाबाजार ब्लॉक में सत्ताधीश पार्टी के दिग्गजों का गढ़ भी माना जाता है। जिसके उपरांत भी प्रशासन ऐसे कारोबार पर अंकुश लगाने में ढीली पड़ रही है।

अवैध बिक्री पर नही हो पा रहा विभागीय तंत्र नियंत्रण लचर –

भाटापारा ग्रामीण थाना अंतर्गत अर्जुनी ,खम्हरिया बलौदा बाजार थाना अंतर्गत रवान में अवैध शराब कारोबार जोरों पर है अवैध शराब का कारोबार इन दिनों गांव के चौक चौराहों में जमकर चल रहा है जिसका भरपूर फायदा इस व्यवसाय से जुड़े हुए लोग उठा रहे हैं। जहां पर निर्धारित दर से अधिक दाम पर शराब बेच अवैध मुनाफा कमाई जा रही है। हालांकि इन सब पर कभी-कभी पुलिस द्वारा महज खानापूर्ति ही होती है। खानापूर्ति कार्यवाही के लिए चखना दुकानों पर कार्यवाही की जाती है जब-जब अखबारों व सोशल मीडिया में इन अवैध शराब गांजा बिक्री की खबरें वायरल होती है तो कार्यवाही के नाम पर चखना दुकान वालों पर दिखावे के लिए रिकॉर्ड बनाया जाता है। जबकि कार्यवाही बड़े कोचिए और डीलर प्रशासन के नाक के नीचे अपना अवैध कारोबार बड़े आसानी से चला रहें हैं जो कि एक हिसाब से विभाग की बड़ी चूक को दर्शा रहा है।

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