मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किया स्वदेशी मेले का शुभारंभ
रायपुर:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज शाम जिला मुख्यालय राजनांदगंाव के स्टेट हाई स्कूल मैदान में स्वदेशी मेले का शुभारंभ किया। भारतीय विपणन विकास केन्द्र द्वारा राजनांदगांव जिले में पहली बार स्वदेशी मेले का आयोजन किया गया है, जो 22 फरवरी तक चलेगा। मुख्यमंत्री ने शुभारंभ समारोह में कहा- कि स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा संचालित मेक इन इण्डिया अभियान से भारतीय उत्पादों की गुणवŸाा और विश्वसनीयता बढ़ी है। लोग आज विदेशी माल की जगह स्वदेशी माल की खरीदी को प्राथमिकता दे रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे मेक इन इण्डिया अभियान की यह बड़ी कामयाबी है। मेले का आयोजन स्वदेशी जागरण फ ाउण्डेशन से संबंध भारतीय विपणन विकास केन्द्र द्वारा किया गया है। यह मेला आगामी 22 फरवरी तक चलेगा, जहां प्रतिदिन छŸाीसगढ़ की कला और संस्कृति पर आधारित अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यम होंगे। समारोह की अध्यक्षता लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह ने की। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में महापौर श्री मधुसूदन यादव, विधायक श्रीमती सरोजिनी बंजारे, पूर्व सांसद श्री प्रदीप गांधी, स्वदेशी जागरण मंच के मुख्य न्यासी श्री राजेन्द्र दुबे उपस्थित थे।
डॉ. सिंह ने स्वदेशी की भावना का विस्तार के उद्देश्य से राजनांदगांव में पहली बार स्वदेशी मेला आयोजित करने के लिए स्वदेशी जागरण मंच के स्थानीय पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इसके पहले यह मेला केवल रायपुर और बिलासपुर में ही लगता था। इसकी पहचान इतनी व्यापक थी कि लोग सामान खरीदने के लिए इस मेले का इंतजार करते थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हर आदमी स्वदेशी के महत्व को जानता है। मेक इन इण्डिया और मेक इन छŸाीसगढ़ भी एक तरह से स्वदेशी को प्रोत्साहित करने के उपम हैं। हर गांव और अंचल की अपनी विशिष्टता होती है। उस देशी विशिष्टता को उभारकर सामने लाना ही स्वदेशी अभियान का मूलमंत्र है। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिले की भी अपनी अनेक खासियतें है। यहां डोंगरगांव, छुईखदान आदि इलाकों में बुनकरी कारोबार की अच्छी संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि मेक इन इण्डिया कार्यम से भारतीय उत्पादों की गुणवŸाा और विश्वसनीयता बढ़ी है। हमारे उद्योगों से बने सामान विश्व स्तर पर विकसित देशों को टक्कर दे रहे हैं। लोग अब सामान खरीदते समय मेड इन चाईना और मेड इन जापान का नहीं बल्कि मेड इन इण्डिया को प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने कहा कि पतंजली ने स्वदेशी उत्पादों के निर्माण और विपणन में काफी नाम कमाया है। मल्टीनेशनल कम्पनियांे की कई दुकाने आज बंद सी हो गई हैं। पतंजलि का टर्न ओव्हर आज 10 हजार करोड़ रुपए का हो गया है। उन्हांेने उम्मीद जताई की इस पांच दिवसीय स्वदेशी मेले से छŸाीसगढ़ की कला और संस्कृति को भी सामने आकर प्रदर्शन का अवसर मिलेगा।