पीएम मोदी ने दी थी पलनिसामी से हाथ मिलाने की सलाह: पन्नीरसेल्वम
चेन्नई : तमिलनाडु में बीजेपी की कोई खास जनाधार भले न हो, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर ही वहां एक बड़ा राजनीतिक फैसला हुआ था। इस फैसले ने ही AIADMK को बिखरने से बचाया था। तमिलनाडु के डेप्युटी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी की बात मानकर उन्होंने ईके पलनिसामी से हाथ मिलाया और एआईएडीएमके सरकार का हिस्सा बने थे। उन्होंने राजनीति से जुड़े अपने कैडर और पद के लिए भी पीएम की सलाह मानने को वजह बताया।
पन्नीरसेल्वम ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझसे कहा था कि पार्टी को बचाने के लिए आपको एआईएडीएमके के साथ हाथ मिलाना चाहिए। तब मैंने हामी भरने के साथ ही यह भी कहा था कि मैं कोई मंत्री नहीं बनूंगा और सिर्फ पार्टी के लिए काम करूंगा।’ पन्नीरसेल्वम के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने ही उन्हें मंत्री पद संभालने और राजनीति में हिस्सा लेने के लिए कहा था और इस वजह से आज वह मंत्री हैं।
पन्नीरसेल्वम ने भावुक बयान देते हुए कहा, ‘मैंने जो परेशानियां और अपमान सहा है उसकी कोई हद नहीं।’ उन्होंने कहा कि मेरी जगह कोई और होता तो अबतक आत्महत्या कर चुका होता। अपने राजनीतिक कद का श्रेय जयललिता को देते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं अम्मा की वजह से ही इतनी मुश्किल परिस्थितियों का सामना कर पाया।’
बता दें कि जयललिता के निधन के बाद पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर काफी तनातनी का दौर चला था। पार्टी दो धड़ों में बंट गई थी और माना जा रहा था कि पार्टी को संभालना और आगे बढ़ाना अब मुश्किल हो जाएगा, लेकिन पिछले साल दोनों धड़े साथ आ गए।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने भी दोनों धड़ों के विलय का स्वागत किया था। मोदी ने कहा था कि तमिलनाडु के विकास के लिए केंद्र सरकार सीएम पलनिसामी और उप मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम को पूरा समर्थन देगी। मोदी ने उस दौरान ट्वीट कर कहा था, ‘मैं ओ पन्नीरसेल्वम और शपथ लेनेवाले अन्य लोगों को बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि आनेवाले सालों में तमिलनाडु विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।’ दरअसल माना जा रहा था कि AIADMK विलय में पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अहम भूमिका निभाई है, क्योंकि पार्टी राज्य में अपना आधार मजबूत करना चाहती है।