‘‘बीरन माला’’ को सोने की माला बताना भाजपा की विकृत मानसिकता -कांग्रेस
15 साल सरकार में रही भाजपा को छत्तीसगढ़ की संस्कृति, कला का ज्ञान नहीं
रायपुर/27 फरवरी 2023। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कांग्रेस के अधिवेशन में अतिथियों के स्वागत के लिये पहनाई गयी बीरन माला को भाजपा द्वारा सोनी की माला बताकर अफवाह फैलाना भाजपा की निम्न स्तरीय हरकत है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस के अधिवेशन की सफलता से बौखलाई भाजपा अब दुष्प्रचार के लिये राजनैतिक मर्यादाओं की सारी सीमाओं को पार कर मानसिक विकृतता के स्तर पर गिर चुकी है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस स्टेयरिंग कमेटी के सदस्यों को छत्तीसगढ़ के बैगा आदिवासियों द्वारा पांरपरिक रूप से बनाई जाने वाली बीरन माला से स्वागत किया था। यह बीरन माला सूतकहर घास से तथा खेसारी पेड़ के तना से बनाई जाती है यह छत्तीसगढ़ की संस्कृति और हस्त कला का अनूठा नमूना है। मुख्यमंत्री ने बैगा आदिवासियों के द्वारा बनाये गये इस माला से देश भर के अतिथियों का स्वागत कर छत्तीसगढ़ की पारंपरिक संस्कति और पहुना के स्वागत की आत्मीय परंपरा का निर्वहन किया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह भाजपा के लिये शर्म से डूब मरने वाली बात है कि 15 साल प्रदेश में सरकार चलाने वाली भाजपा को राज्य की पारंपरिक माला और स्वागत परंपरा का भी ज्ञान नहीं। प्रदेश में 15 साल तक भाजपा की सरकार थी तब भाजपाई हुक्मरानों ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा को दबाने का काम किया। राज्य के कारीगरों कलाकारों को पीछे धकेलने का काम किया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब राज्य की कला संस्कृति और परंपरा को देश दुनिया में प्रचारित कर रहे उसको बढ़ावा दे रहे तो भाजपा इसको लेकर दुष्प्रचार कर रहे है। 15 साल तक राज्य के तीज त्योहार, संस्कृति को हेय दृष्टि से देखने वाले भाजपाईयों को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि राज्य में बैगा आदिवासियों के द्वारा तैयार बीरन माला का इतना प्रचार क्यों हो रहा है?