पाली महोत्सव ऊर्जाधानी की पहचान-सांसद डा. महतो
कोरबा :महाशिवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर पाली में दो दिवसीय पाली महोत्सव का शुभारंभ सांसद डॉ बंशीलाल महतो के मुख्य आतिथ्य एवं संसदीय सचिव श्री लखन देवांगन की अध्यक्षता एवं श्रीमती संजू अजय जायसवाल नगर पंचायत पाली की अध्यक्ष, श्रीमती जामबाई श्याम, अध्यक्ष जनपद पंचायत पाली के विशिष्ट आतिथ्य में किया गया।
इस अवसर पर कलेक्टर मो कैसर अब्दुल हक, पुलिस अधीक्षक श्री मयंक श्रीवास्तव, नगर निगम आयुक्त रणबीर शर्मा, वनमंडल अधिकारी एस जगदीशन,जिला पंचायत सीईओ श्री इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
पाली महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि सांसद डॉ बंशीलाल महतों ने कहा कि राज्य बनने के पश्चात राज्य शासन द्वारा विकास की दिशा में आगे बढने के साथ ही सरकार ने यहंा की सांस्कृतिक विरासत एवं पुरातात्विक महत्व को सहेजने और पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाली के ऐतिहासिक शिव मंदिर का विशेष महत्व है।
इसलिये छत्तीसगढ शासन द्वारा पाली महोत्सव आयोजित कर इसकी पहचान देश और दुनिया में कराने का निर्णय लिया गया है। सांसद ने कहा कि कोरबा जिला जल, वन एवं खनिज संपदा से भरपूर जिला है। कंद्र सरकार की पहल पर जिला खनिज न्यास बनाकर खनन क्षेत्रों के विकास का द्वार खोल दिया गया है।
आने वाले कुछ सालों में कोरबा जिला सम्पन्न एवं विकसित जिला होगा। संसदीय सचिव श्री देवांगन ने कहा कि राज्य शासन द्वारा पाली उत्सव का आयोजन कर एवं के सांस्कृतिक महत्व एवं पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। दो दिवसीय पाली महोत्सव से लोगों को मनोरंजन के साथ संस्कृति को देखने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य एवं जिले के विकास के लिये महत्वपूर्ण कदम उठाये है। बजट में भी जिले को कृषि कालेज एवं दूरस्थ क्षेत्र पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक के ग्राम जटगा में महाविद्यालय प्रारंभ करने की घोषणा की है। साथ ही जिले के अनेक सड़कों का भी निर्माण किया जायेगा। जिला खनिज न्यास फंड से भी स्वास्थ्य एवं शिक्षा की ओर ध्यान दिया जा रहा है।
नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती संजू अजय जायसवाल ने कहा कि वह जिला प्रशासन को बेहतर कार्यक्रम आयोजन के लिये धन्यवाद देती है। कलेक्टर मो कैसर अब्दुल हक ने कहा कि पाली महोत्सव से लोगों को न सिर्फ पाली की विरासत से अवगत होने का अवसर मिलेगा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य के परम्पराओं, संगीत कलाओं को देखने और समझने का मौका भी लोगों को मिलेगा।
हमारे राज्य की संस्कृति वह चाहे लोकगीत हो या गीत अथवा कला का कोई अन्य माध्यम,सभी में भाईचारा,एकता,मानवता का संदेश छिपा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के सरगुजा, जशपुर, से लेकर बस्तर तक अलग अलग संस्कृति एवं भाषा देखने को मिलती है। पाली महोत्सव के कार्यक्रमों में भी यह झलक दिखेगी।
उन्होंने कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहंुचाने के साथ जिले के विकास के लिये जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। यह आपका उत्सव है। इसका भरपूर मनोरंजन करे।
13 फरवरी को आयोजित सांस्कृतिक संध्या में चार बजे से स्कूली बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम, २ाास्त्रीय संगीत(लवली शर्मा तानपुरा वादन) मोर ध्वज वैष्णव द्वारा तबला वादन एवं २ाास्त्रीय नृत्य, आदि का आयोजन किया गया।
पाली महोत्सव में विभागीय स्टालों में मिल रही योजनाओं की जानकारी
जिला प्रशासन द्वारा पाली महोत्सव में आने वाले लोगों को शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी विभागीय स्टाल के माध्यम से दी जा रही है।
पाली महोत्सव स्थल शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला प्रांगण में सौर सुजला योजना,समाज कल्याण विभाग,खाद्य विभाग द्वारा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना,बैंक द्वारा योजनाओं की जानकारी से संबंधित पाम्पलेट, बोसर इत्यादि के माध्यम से नागरिक तक सुलभता से उपलब्ध कराया जा रहा है।