पूर्व रमन सरकार के कमीशनखोरो घोटालेबाजों भ्रष्ट नेताओ को बचाने भाजपा की राजनीतिक नौटंकी
पूर्व रमन सरकार के कमीशनखोरो घोटालेबाजों भ्रष्ट नेताओ को बचाने भाजपा की राजनीतिक नौटंकी
भाजपा निगम घेराव करने नहीं बल्कि निगम में तोड़फोड़ करने गुंडागर्दी करने गए थे
रायपुर/29 दिसंबर 2022। भाजपा के नगर निगम घेराव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने पूर्व रमन सरकार की कमीशनखोरी घोटालेबाजी की जांच होने से तिलमिलाए भाजपा के भ्रष्ट नेताओ ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को बहला-फुसलाकर नगर निगम का घेराव करने ले गए थे। असल मायने में भाजपा के भ्रष्ट नेताओं का मूल मकसद निगम में जनहित के विषय पर चर्चा करना नहीं था बल्कि स्वहित जुड़ा था। इसीलिए भाजपा के घेराव में शामिल गुंडों ने सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाई तोड़फोड़ की गुंडागर्दी की और वहां अभद्रता की है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने पूर्व रमन सरकार के पूर्व मंत्रियों पर तंज कसते हुए कहा कि जब राजधानी की जनता स्काईवॉक के विरोध में खड़ी हुई थी। तब यही बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, श्रीचंद सुंदरानी स्काईवॉक बनाने की जिद में थे और एक व्यक्ति के हठ को पूरा करने के लिए 80 करोड़ की चोट सरकारी खजाने को पहुंचाई गई और उसी स्काईवॉक निर्माण में भारी अनियमितता पाई गई है जिसकी ईओडब्ल्यू और एसीबी जांच करेंगी। पूर्व के रमन सरकार के दौरान जो राजधानी के जो कद्दावर मंत्री कहलवाने वाले बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत रायपुर को तहसनहस किया था। गरीबो के दुकान और मकान पर बुलडोजर चलवाये कई ऐतिहासिक महत्व के देवालय को भी तोड़ा गया था।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व रमन सरकार के दौरान स्काईवॉक घोटाला, डीकेएस अस्पताल घोटाला, झलकी जमीन घोटाला, एक्सप्रेस वे घोटाला, 36 हजार करोड़ का नान घोटाला, पनामा पेपर घोटाला, अगुस्ता हेलीकाफ्टर घोटाला, चिटफंड घोटाला, चरणपादुका घोटाला, स्वास्थ विभाग का घोटाला, दंतेवाड़ा जमीन घोटाला सहित अनेक घोटाला हुआ उस घोटालों की जांच से भाजपा भयभीत है और जनता का ध्यान भटकाने के लिए झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाकर सियासी नौटंकी कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि बीते 4 साल में राजधानी रायपुर की चमक-दमक सुंदरता और सौंदर्यकरण, सुविधा, को देखकर भारतीय जनता पार्टी विचलित हो चुकी है। केंद्र सरकार ने भी छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों को पुरस्कृत कर मुद्दा विहीन हो चुके भाजपा के जख्मों पर नमक छिड़कने काम किया है। छत्तीसगढ़ में सत्ता जाने के बाद भाजपा के पास जनता से संबंधित कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। जिसको लेकर राजनीति करें इसलिए जनहित में किए गए कार्यों पर झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाकर भाजपा अपनी राजनीतिक खानापूर्ति कर रही है।