आर्थिक सर्वेक्षण : छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आमदनी में 9.22 प्रतिशत की वृद्धि
औसत आमदनी 84,265 रूपए से बढ़कर 92,035 रूपए तक पहुंची
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज राज्य सरकार का वर्ष वित्तीय वर्ष 2017-18 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने विधानसभा परिसर में आर्थिक सर्वेक्षण पुस्तिका का विमोचन किया। सर्वेक्षण रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य में प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2016-17 के त्वरित अनुमान के अनुसार 84,265 रूपये से बढ़कर वर्ष 2017-18 में 92035 रूपये होना अनुमानित है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9.22 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री श्री पुन्न्नूलाल मोहले ने यह आर्थिक सर्वेक्षण सदन के पटल पर रखा। राज्य का सकल राज्य घरेलू उत्पाद वर्ष 2016-17 का त्वरित एवं वर्ष 2017-18 का अग्रिम अनुमान संक्षेप में निम्नानुसार है:-
सकल राज्य घरेलू उत्पाद वर्ष 2017-18 में प्रगति की संभावनाएं स्थिर (आधार वर्ष 2011-12) भावों पर –
सकल राज्य घरेलू उत्पाद के अग्रिम अनुमान वर्ष 2016-17 के 2,13,649 करोड़ रूपए से बढ़कर वर्ष 2017-18 में 2,27,866 करोड़ रूपए संभावित है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 6.65 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। सकल राज्य घरेलू मूल्यवर्धन (आधार मूल्य पर) कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र (कृषि, पशुपालन, मछलीपालन एवं वन) में 2.89 प्रतिशत, उद्योग क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, खनन एवं उत्खनन, विद्युत, गैस तथा जल आपूर्ति सम्मिलित ) में 5.84 प्रतिशत एवं सेवा क्षेत्र में 9.46 प्रति वृद्धि अनुमानित है।
सकल राज्य घरेलू उत्पाद वर्ष 2017-18 में प्रगति की संभावनाएं प्रचलित भावों पर
अग्रिम अनुमान वर्ष 2017-18 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (बाजार मूल्य) वर्ष 2016-17 के रूपए 2,62,263 करोड़ से बढ़कर रूपए 2,91,681 करोड़ होना संभावित है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 11.22 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। सकल राज्य घरेलू मूल्यवर्धन (आधार मूल्य पर) कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र (कृषि, पशुपालन, मछलीपालन एवं वन) में वर्ष 2016-17 में रूपए 53,005 करोड़ से बढ़कर रूपए 60,591 करोड़, उद्योग क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, खनन एवं उत्खनन, विद्युत, गैस तथा जल आपूर्ति सम्मिलित) में रूपए 1,04,263 करोड़ से बढ़कर रूपए 1,12,140 करोड़ एवं सेवा क्षेत्र में रूपए 89,270 करोड़ से बढ़कर रूपए 1,00,685 करोड़ होना संभावित हैै। इस प्रकार पिछले वर्ष की तुलना में प्रतिशत वृद्धि क्रमशः 14.31 प्रतिशत, 7.56 प्रतिशत एवं 12.79 प्रतिशत अनुमानित है।
वर्ष 2016-17 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद के त्वरित अनुमान स्थिर भावों (आधार वर्ष 2011-12) पर:-
राज्य घरेलू उत्पाद के त्वरित अनुमान, वर्ष 2015-16 के 1,97,069 करोड़ रूपए से बढ़कर वर्ष 2016-17 में रूपए 2,13,649 करोड़ आंकलित है। इस प्रकार पिछले वर्ष की तुलना में 8.41 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सकल राज्य घरेलू मूल्यवर्धन (आधार मूल्य पर) कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र (कृषि, पशुपालन, मत्स्य एवं वन) में 13.78 प्रतिशत, उद्योग क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, खनन एवं उत्खनन, विद्युत, गैस तथा जल आपूर्ति सम्मिलित ) में 7.85 प्रतिशत एवं सेवा क्षेत्र में 6.82 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
प्रति व्यक्ति आय (निवल राज्य घरेलू उत्पाद, प्रचलित भावों पर)
प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2016-17 के त्वरित अनुमान के अनुसार 84,265 रूपये से बढ़कर वर्ष 2017-18 में 92035 रूपये होना अनुमानित है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9.22 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री द्वारा आर्थिक सर्वेक्षण पुस्तिका विमोचन के अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री सुनील कुजूर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।