मास्टर ट्रेनर कार्य मे नियुक्त अखिलेन्द्र सिंह पवार को अपात्र बता कार्य से किया गया पृथक
सूरजपुर ,अजय तिवारी सम्भागीय ब्यूरो: भैयाथान ब्लाक अंतर्गत डीएलएड प्रक्षिक्षण केंद्र दर्रीपारा के एक अपात्र मास्टर ट्रेनर को कार्यालयीन पत्र जारी करते हुए कार्य से पृथक कर दिया गया है।
प्राप्त जानकरी के अनुसार अखिलेन्द्र सिंह पवार शिक्षक पँचायत वर्ग 02 माध्यमिक शाला सुंदरपुर को डीएलएड अध्ययन केंद्र दर्रीपारा में अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित करने हेतु बतौर मास्टर ट्रेनर नियुक्त किया गया था जिनको कार्यालय केंद्र प्रभारी अध्ययन केंद्र (डीएलएड) दर्रीपारा , विकासखण्ड भैयाथान के कार्यालयीन पत्र क्रमांक 01 दिनांक 03/02/2018 के तहत मास्टर ट्रेनर कार्य से पृथक कर दिया गया है ।उक्त कार्यालयीन पत्र में पृथक करने का उल्लेख करते हुए अध्ययन केंद्र प्रभारी ने दर्शाया है कि राज्य शैक्षणिक अनुसन्धान एवम प्रशिक्षण परिषद संस्थान रायपुर में बैठक के दौरान मौखिक रूप से निर्देशित किया गया था कि अध्ययन केन्द्रों में मास्टर ट्रेनर्स के लिए जो व्याख्याता/व्याख्याता पँचायत के साथ बीएड या बीटीआई प्रशिक्षित है वही पात्र है । चूँकि आप व्याख्याता/व्याख्याता पँचायत नही है इसके तहत आप मास्टर ट्रेनर्स के पात्र नही है इसलिए आपको मास्टर ट्रेनर कार्य पृथक किया जाता है तथा अजय कुमार गुप्ता व्याख्याता पँचायत शा उ मा विद्यालय दर्रीपारा को मास्टर ट्रेनर कार्य हेतु नियुक्त किया जाता है ।
वहीं स्थानीय जानकारों का यह भी कहना है कि विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बीते एक सप्ताह से लगातार सुर्खियों में है जिसका कारण बीईओ के तीन -तीन मामले सामने आए है जिसमें उनके द्वारा अपने पुत्र सहित चहेतो को नियम विरुद्ध तरीके से लाभ प्रदान करना स्पष्ट जाहिर हुआ है किन्तु इसके बावजूद सम्बन्धित जिले के जिम्मेदार अधिकारियो द्वारा आजतक कोई ठोस कार्यवाही सामने नही आ सकी है।वहीं उनका यह भी कहना है की लगता है की कहीँ न कहीं अप्रत्यक्ष रूप से अखिलेन्द्र के नियुक्ति में भी उनके पिताजी का हाथ है।
वहीं यहां पर सोचनीय तथ्य यह है कि भैयाथान ब्लॉक में जब व्याख्यता पँचायत मौजूद है तब शिक्षक पँचायत को किस आधार पर मास्टर ट्रेनर नियुक्त किया गया था ।