गलत कोरिया विभाजन का दंश झेल रहे हम, अहंकार रहेगा तो ऐसे ही होगा रावण दहन – देवेन्द्र तिवारी
बैकुण्ठपुर- जिला मुख्यालय स्थित रामानुज मिनी स्टेडियम में कोरिया सर्वविकास समिति के द्वारा प्रति वर्ष के भांति इस वर्ष भी रावण दहन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारी किया गया। परन्तु सत्ता पक्ष के दबाव में कार्यक्रम की अनुमति दूसरे समिति को दे दी गई है। इस उपरांत कोरिया सर्व विकास समिति के संरक्षक देवेन्द्र तिवारी ने रावण दहन को लेकर की प्रेसवार्ता के माध्यम से उन्होंने कहा कि, यह समिति गैर राजनीतिक है, 12 वर्ष से लगातार रावण दहन का आयोजन करती आई है, समिति कोरिया जिले में सामाजिक सौहार्द स्थापित करने का प्रयास कर रही है, समिति द्वारा आवेदन किया तब प्रशासन ने किसी भी तरह की मनाही नही की गई थी, रावण के पुतला बनाने के बाद में हमे मालूम पड़ा कि, एक नई समिति बन गई है और उनका भी आवेदन आया है, हमने कहा कि ठीक है दोनो मिलकर कार्यक्रम कर सकते है, हम लोगो को तहसीलदार साहब के साथ बैठक बुलवाया गया, नई बात ये सामने आई कि हमारी सत्ता है हमारा शासन है इसलिए हम करेंगे, कल फिर ये विषय आया कि नई समिति के नाम से अनुमति प्रदान कर दी गई है, आज हमने एक आपत्ति दर्ज कराई है, समन्वय की कोई बात नही हो रही है
अब हमने ये निर्णय लिया है कि हम विवाद नही चाहते, कार्यक्रम बाधित नही होना चाहिए कार्यक्रम लोगो का है। हम प्रशासन से यह जानना चाहते है क्यों हमे इस काबिल नही समझा गया।।
जैसे गलत कोरिया विभाजन का दंश लोग झेल रहे है अहंकार रहेगा तो ऐसा ही होगा जो रावण दहन का हुआ है। श्री तिवारी ने कहा कोरिया सर्वविकास समिति ने एक स्वस्थ परंपरा की शुरुआत की। सामाजिक सौहार्द एवं संस्कृति की स्थापना के लिए यह कार्यक्रम कोरिया सर्व विकास समिति ने शुरू किया था, तब सब कुछ बहुत अच्छा था। ये कार्यक्रम समाज के लिए प्रेरणा देने वाला बना लेकिन आज सत्ता पक्ष की जिद के कारण इस कार्यक्रम में अनावश्यक विवाद पैदा हुआ। यह बहुत ही दुखद है।
श्री तिवारी ने कहा कि रावण दहन का कार्यक्रम लगातार आयोजन के बाद अपनी पहचान बना चुका है। हम चाहते हैं यह कार्यक्रम आगे भी सफलता पूर्वक आयोजित हो। हमारे अंदर इतने दिनों के आयोजन का कोई घमंड नहीं इसलिए हम प्रशासन के निर्णय के आधार पर अपनी तैयारियों को आज से विराम दे रहे हैं।
आम जनता को दशहरा पर्व की बधाई देते हुए आयोजन में शामिल होने का आग्रह भी करते हैं। हमने अपने वरिष्ठ जनों से सलाह लिया है। सत्ता प्रशासन की जिद के कारण हम आयोजन का निर्णय स्थगित करते हैं।