पंजाब : सेना पर एफआइआर के विरोध में महबूबा मुफ्ती का पुतला फूंका
होशियारपुर: श्री भगवान परशुराम सेना द्वारा भारतीय सेना पर हुई एफआइआर के विरोध में रोष मार्च निकालकर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया गया। रोष मार्च नई आबादी से ¨हदू संघ के उपाध्यक्ष आशु बीटन की अध्यक्षता में कमेटी बाजार से होते हुए गौरां गेट, कोतवाली बाजार, घंटाघर तक निकाला गया। इस दौरान दोगली राजनीति के चलते जम्मू-कश्मीर सरकार मुर्दाबाद, महबूबा मुफ्ती मुर्दाबाद, और सेना हम शर्मिदा हैं, क्योंकि पत्थरबाजों पर सियासत ¨जदा है के नारे लगाए गए।
इस दौरान शेरपुर वाहतियां के अध्यक्ष हरीश कुमार डोगरा एवं कमेटी बाजार के प्रधान रोहित वर्मा की अध्यक्षता में महबूबा मुफ्ती के पुतले का मुंह काला कर और जूते फेंककर उसका पुतला फूंका गया। वर्मा ने कहा कि आज देशवासी भारतीय सेना के आगे शर्मिदा हैं, क्योंकि जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा पत्थरबाजों एवं देशद्रोहियों की आड़ में सेना पर ही एफआइआर दर्ज की गई।
इस अवसर पर पुनीत हांडा ने कहा कि जब बाढ़ आती है तो सेना, दुश्मन हमला करता है तो सेना, सूखा पड़ जाए तो सेना, कोई बड़ा हादसा हो जाए तो सेना, हर विपत्ति के समय में सेना केवल जम्मू-कश्मीर के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए हर समय तत्पर रहती है। उसी सेना की कार्रवाई पर प्रश्नचिन्ह लगाना संविधान को चुनौती देना है। समस्त परशुराम सेना के पदाधिकारियों ने केंद्र की मोदी सरकार से मांग की है कि वह निजी स्वार्थ को छोड़कर आगे आए और जम्मू-कश्मीर सरकार और अलगवादी नेताओं के विरुद्ध देश विरोधी गतिविधियों के तहत पर्चा दर्ज कर कार्रवाई करे। साथ ही साथ पीडीपी से अपना नाता तोड़ जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों पर नकेल डालने के लिए राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए।
इस अवसर पर वरुण हांडा, कंवल कंबी, राजीव शर्मा, अरुण बीटन, संदीप कुमार, अमर रिवाड़ी, केसी शर्मा, रोहित रावल, कर्ण बक्सर, अक्षय पराशर, विश्वामित्र पांडे, हनी तनेजा, अभिषेक ऐरी आदि मौजूद थे।