नेशनल हेराल्ड में 5 हजार करोड़ का घोटाला कहना भाजपा के दोगलापन की पराकाष्ठा
संबित पात्रा भाजपा के इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के कुकर्मों के बचाव में झूठी दलीलें देते घूम रहे
नेशनल हेराल्ड देश की आजादी की लड़ाई का प्रतिमान
रायपुर/26 जुलाई 2022। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के द्वारा ईडी के संबंध में दिये गये बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपाई अपने इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट (ईडी) के कुकर्मों के बचाव में झूठी दलीलें देते घूम रहे है। संबित पात्रा भाजपा के मिथ्या प्रलापी प्रवक्ता है। झूठ बोलना और गलत बयानी उनकी फितरत है। नेशनल हेराल्ड में 5 हजार करोड़ के घोटाले की बात कहना संबित पात्रा के दोगलेपन की पराकाष्ठा है। नेशनल हेराल्ड एजेएल की कुल परिसंपत्ति इसका दशांश भी नहीं है। नेशनल हेराल्ड और एजेएल को कांग्रेस ने कुल 100 किश्तों में 90 करोड़ रू. का चेक से भुगतान किया जिसका कांग्रेस के खातों में बकायदा ऑडिट भी हुआ जब एजेएल की इक्वीटी जारी हुआ तो इसके बदले में नान प्रॉफिट कंपनी यंग इंडिया में इतने मूल्य के शेयर ट्रांसफर हुये इसमें एक रू. का भी नगदी लेनदेन नहीं हुआ है। कांग्रेस की इस मदद को बेशर्म भाजपाई 5 हजार करोड़ के घोटाले का झूठा प्रचार कर रहे। सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ की कार्यवाही के बाद भाजपा की जेबी संस्था ईडी की हकीकत जनता के सामने आ गयी है इसीलिये भाजपा बौखलाहट में अपने झूठ बोलने में माहिर प्रवक्ताओं को देश भर में भेजकर गलत तथ्य प्रचारित कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि जिस नेशनल हेराल्ड अखबार के नाम पर कांग्रेस के नेताओं को परेशान करने की भाजपा साजिश रच रही है वह नेशनल हेराल्ड और एसोसिएट जर्नल कांग्रेस की बलिदानी परंपरा का प्रमाण है। जब भाजपा के पूर्वज अंग्रेजों की चाटुकारिता कर रहे थे तब कांग्रेस के नेता पं. जवाहर लाल नेहरू, वल्लभ भाई पटेल, रफी अहमद किदवई जैसे नेता नेशनल हेराल्ड अखबार निकाल कर आजादी की अलख देश की जनता तक पहुंचा रहे थे। यह वही नेशनल हेराल्ड है जिसे अंग्रेजों ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान प्रतिबंधित किया। जिस भारत छोड़ो आंदोलन का भाजपाईयों के पूर्वज विरोध कर रहे थे, उसी भारत छोड़ो आंदोलन के नेशनल हेराल्ड क्रांति की अलख जगा रहा था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा नेशनल हेराल्ड के नाम पर इसलिये झूठा केस बनाना चाहती है क्योंकि वह भारत की आजादी की लड़ाई के प्रतिमानों को मिटाना चाहती है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या से भाजपा और संघ के लोगों ने यह षड़यंत्र शुरू किया था और आज तक उसमें भाजपा और संघ के लोग जुड़े हुये है। केंद्र में सत्ता में आने के बाद इस षड़यंत्र में केंद्रीय एजेंसियों को भी शामिल कर उनका दुरुपयोग किया जा रहा है। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और हमारे नेतृत्व का इरादा स्पष्ट रूप से यह सुनिश्चित करने का है कि नेशनल हेराल्ड जो कांग्रेस पार्टी की विरासत का प्रतीक है। उसके मूल्य हमेशा जीवित रहें और हमारे आदर्शो और सिद्धांतों को व्यक्त करने में नेशनल हेराल्ड हमारी आवाज बना रहे। यह सत्य की लड़ाई है। सत्य की हमेशा विजय हुई है और इस बार भी होगी। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व इस अग्निपरीक्षा से और ओजस्वी होकर उभरेंगे।