बिहार : लालू से जेल में मिले तेजप्रताप
पटना /रांची। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से जेल में मिलने सोमवार को उनके बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार पहुंचे। उनके साथ राजद के कई नेता भी थे। लेकिन सुरक्षाबलों ने जेल मैनुअल का हवाला देकर मात्र तीन लोगों को ही लालू से मिलने दिया गया।
इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री दवेन्द्र प्रसाद यादव और बिहार विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी शामिल थे। मौके पर दवेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि लालू राजनीतिक साजिश के शिकार हुए है। लालू से उनका पुराना संबंध रहा है। वह सभी जेपी आंदोलन में साथ थे। उन्होंने कहा कि लालू को नीचली अदालत से न्याय नहीं मिला है। लेकिन उन्हें पूरा भरोसा है कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जरुर न्याय मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक ताकत को उखाड़ फेंकने का लालू का जेा मुहिम है, वह जारी रहेगा। जो भी समाजिक न्याय में भरोसा करते है, वे सभी लोग इस विचारधारा को मजबूत करेंगे। लालू के जेल में रहने से उनकी विचार धारा कमजोर नहीं होगी, बल्कि और मजबूत हो गई है। उन्होंने कहा कि बिहार में चट्टानी एकता के साथ सांप्रदायिक ताकतों को खदेड़ने में हम सभी कामयाब होंगे।
कुछ लोग कहते है कि लालू के जेल में रहने से राजद को झटका लगेगा। लेकिन यह जनता की अदालत में पता लगेगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चार जजो ने बयान दिया है कि लोकतंत्र खतरे में है। ऐसा भारत के इतिहास में आजतक कभी नहीं हुआ था।
एनडीए के बिखराव के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव के समय इस बात का पता चलेगा। लालू से मिलने मधेपुरा विधायक मनोज यादव, सुनीला देवी, अलोक यादव, भगवान प्रसाद और अनिल सिंह आजाद सहित अन्य नेता पहुंचे थे।
विधायक मनोज लालू के लिए सेव, अनार, अंगूर, ढेल्बा शक्कर आदि लेकर आये थे, जिसे सुरक्षाबलों ने लालू तक पहुंचा दिया। सूत्रों के अनुसार लालू का सोमवार को स्वास्थ्य जांच किया गया गया जिसमें शुगर, ब्लड प्रेशर और हार्टबीट सब कुछ सामान्य पाया गया।