कलेक्टर दर घोषित करने की मांग को लेकर आंगनबाड़ी सहायिकाओं का महाआंदोलन आज से
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भी इस ऐजेंडे को शामिल किया था, तीन वर्ष बाद भी लागू नही
रायपुर। छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यूनियन सीटू की अति आवश्यक बैठक कर्मचारी भवन सप्रे शाला रायपुर में संपन्न हुई । जिसमें प्रदेश भर से सभी जिला अध्यक्षों एवं जिले के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया । प्रदेश अध्यक्ष पदमाती साहू ने बताया कि विगत दिनों हमारे 50 दिन के आंदोलन के दौरान कांग्रेस पार्टी के नेता लगातार हमारे पंडाल में आये और चुनाव जीतने व सरकार बनने पर हमारी मांगों को पूरा करने की बात की थी । कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में इस मांग को शामिल किया है कि जैसी हमारी सरकार आएगी आप लोगों का कलेक्टर दर तय किया जाएगा। लेकिन आज 3 वर्ष बीतने के बाद हमारी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है और कोई सकारात्मक पहल नहीं किया जा रहा है । जिसके लिए प्रदेश की लाखों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका सरकार से नाराज हैं । दुखित मन से उन्होने कहा कि महिलाओं का एक बड़ा वर्ग है जो शासन की ओर देख रहा है कि वह हमारी मांगों को जल्द पूरा करेंगे । सभी की मांग पूरी हो रही है और हम लोगों को अनदेखा किया जा रहा है । महंगाई को देखते हुए अपना घर चलाना मुश्किल हो रहा है । शासन का ध्यान आकर्षित करने #के लिए हमने अपनी एक सूत्रीय मांग शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए। जन घोषणा पत्र में कलेक्टर दर देने का वादा सरकार तत्काल पूरा करे । इसके लिए दो दिन का महापड़ाव रायपुर के राजधानी में रखा गया है । 9 एवं 10 जून को प्रदेशभर की लाखों महिलाएं दो दिन और रात इस भीषण गर्मी में संघर्ष करते हुए अपनी मांगों को सोई हुई सरकार को याद दिलाएंगे । इसके बाद भी शासन हमारी मांगों को पूरा नहीं करती हैं तो प्रदेश की समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 7 जुलाई से 11 जुलाई तक 5 दिन का निश्चित कालीन आंदोलन राजधानी में करेंगे । इस पर भी शासन की आंखें नहीं खुलती है तो समस्त बहने अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले जाएंगे । शासन हमारे प्रति सकारात्मक रवैया अपनाते हुए जल्द हमारी मांगों को पूरा करे। उक्त बातों प्रदेश अध्यक्ष पदमाती साहू, प्रांतीय पदाधिकारी गजेंद्र झा, भुनेश्वरी तिवारी, सुधा रात्रे ने सम्मिलित होकर कही हैं।