November 22, 2024

पुसौर नरवा उपचार भूजल संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण और 08 गांवों के लोगों को मिल रही सिंचाई की सुविधा

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’ब्रशवुड चेक, लूस बोल्डर चेकडैम, गेबियन स्ट्रक्चर, स्टॉप डैम, कंटूर ट्रेंच जैसे संरचनाओं के निर्माण से सिंचित क्षेत्र बढ़कर हुआ 1084.20 हेक्टेयर क्षेत्र

कोरिया 26 मई 2022/त्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत नरवा उपचार से जिले में भूजल संरक्षण और सिंचाई सुविधाओं में विस्तार हुआ है, जो किसानों के लिए वरदान साबित हुए हैं। नरवा निर्माण के तहत जल आपूर्ति होने से जलविहीन क्षेत्रों में भी अन्नदाताओं के खेतों में अब फसल लहलहाने लगी है।
नरवा कार्यक्रम के तहत जिले के विभिन्न नालों का जीर्णाेद्धार कर नवीन रूप दिया जा रहा है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत वर्ष 2021-22 में नरवा विकास कार्यों के 12 करोड़ 56 लाख की लागत से 9 हजार 688 कार्य पूर्ण किए गए हैं। योजना के क्रियान्वयन से किसानों को राहत मिलने के साथ मनरेगा मजदूरों को रोजगार भी मिल रहा है। पुसौर नरवा उपचार से सिंचित क्षेत्रफल 1022 हेक्टेयर था, जो अब बढ़कर 1084.20 हेक्टेयर हुआ है।
योजना के तहत जिले के विकासखण्ड खड़गवां में पुसौर नरवा की लंबाई 15.12 किमी है जिसका कैचमेंट एरिया 3089 हेक्टेयर है। नरवा उपचार से इस क्षेत्र में 08 गांवों के लोगों को सिंचाई का फायदा मिला है। पुसौर नरवा उपचार से ग्राम पंचायत दुबछोला, भूकभुकी, बरमपुर, मझौली, सैन्दा, पीपरबहरा, शिवपुर तथा छोटेकलुवा में जलस्तर में वृद्धि हुई है जिससे आजीविका के लिए खेती-किसानी पर निर्भर रहने वाले किसानों को सिंचाई का अच्छा साधन मिल रहा है। नरवा कार्य योजना के तहत भू जल संरक्षण के लिए ब्रशवुड चेक, लूस बोल्डर चेकडैम, गेबियन स्ट्रक्चर, स्टॉप डैम, कंटूर ट्रेंच जैसे संरचनाओं का निर्माण किया गया है। इससे कृषि कार्य मे सुविधा के साथ ही साथ मृदा का भी संरक्षण सम्भव हुआ है।

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