पेट्रोल-डीजल में सरकार की कमाई बढ़ी, देश में महंगाई मोदी निर्मित आपदा
पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाकर मोदी सरकार और पेट्रोलियम कंपनी ने कमाएं 26 लाख 24 हजार करोड़ रुपए
पेट्रोल-डीजल से मोदी सरकार ने की रिकॉर्ड मुनाफाखोरी और देश में बढ़ी रिकॉर्ड महंगाई
रायपुर/18 मई 2022। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ते कच्चे तेल के दामों के नाम पर देश को चूना लगाने वाली मुनाफाखोर मोदी सरकार और तेल कंपनियों की कमाई बढ़ी है, जनता की आय घटी और महंगाई के चलते खर्चा बढ़ा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने मोदी सरकार से सवाल पूछा जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत ज्यादा है ऐसे में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने से मोदी सरकार पेट्रोलियम कंपनियों की कमाई कैसे बढ़ गई?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल में एक्साइज ड्यूटी और पेट्रोलियम कंपनियों के कमाई का परसेंटेज बढ़ाकर आम जनता के जेब में डाका डालने काम किया है। पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम का फर्क आम जनता के जीवन में पड़ता है, आम जनजीवन महंगाई के कारण नर्क बनता जा रहा है। इस साल ईंधन 66 प्रतिशत महंगा हुआ है और इंडियन ऑयल को 24,184 करोड़ रु का शुद्ध मुनाफा हुआ है। देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल के वित्तीय नतीजे बताते हैं कि तेल कंपनियों और मोदी सरकार ने मुनाफाखोरी के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। मोदी निर्मित महंगाई देश के आम आदमी पर चौतरफा अत्याचार कर रही है। पिछले आठ सालों में केंद्र सरकार ने बार-बार पेट्रोल और डीजल पर करों में वृद्धि कर जनता से 26 लाख करोड़ रुपये वसूल लिए हैं। इसके बावजूद मोदी सरकार के वसूली का सिलसिला थम नहीं रहा है। कांग्रेस सरकार में 410 रु में मिलने वाला गैस सिलेंडर 1000 रु का हो गया है, पेट्रोल 71रु प्रति लीटर था आज 105.41रु प्रति लीटर हो गया है, डीजल 56रु प्रति लीटर था आज 95.87 रु प्रति लीटर हो गया है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण मार्च में थोक महंगाई दर 14.55 प्रतिशत थी मगर अब एक महीने के भीतर ही देश में थोक महंगाई दर बढ़कर 15.8 प्रतिशत के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार देश में पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम के लिए लगातार झूठ बोल रही थी अंतर्राष्ट्रीय बाजारों को जिम्मेदार ठहरा रही थी जबकि सच्चाई यह है कि पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम के लिए अंतरराष्ट्रीय कारण नहीं है बल्कि मोदी निर्मित आपदा और मुनाफाखोरी की नीति है। ईंधन की बढ़ती कीमतों के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ते कच्चे तेल की कीमत को जिम्मेदार बताने वाली मोदी सरकार को देश की जनता से इतना बड़ा झूठ बोलने के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।