2023 में भाजपा का चेहरा नरेंद्र मोदी को बताना भाजपा की हताशा को दर्शाता है : कांग्रेस
नितिन नवीन ने माना भूपेश बघेल की लोकप्रियता कांग्रेस सरकार के कामों के सामने छत्तीसगढ़ भाजपा के सारे नेता बौने
रायपुर/07 मई 2022। भाजपा के सह प्रभारी नितिन नवीन के द्वारा यह घोषणा किया जाना 2023 में भाजपा का चेहरा नरेंद्र मोदी होंगे भाजपा की हताशा को दर्शाता है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी ने यह घोषणा करके स्वीकार कर लिया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता कांग्रेस सरकार के कामों के सामने छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के सारे नेता बौने साबित हो गये हैं इसीलिये भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव में भी प्रधानमंत्री के चेहरे को आगे कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि नितिन नवीन की इस घोषणा के पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दों और नेतृत्व दोनों के संकट से जूझ रही है। उसके पास प्रदेश में एक भी विश्वसनीय चेहरा बचा ही नहीं है जिसे लेकर वह जनता के बीच जाने का साहस दिखा सके। दूसरा कारण है भारतीय जनता पार्टी के पास चुनाव में जाने के लिये छत्तीसगढ़ के स्थानीय मुद्दे है ही नहीं उसे मालूम है। स्थानीय मुद्दों पर भूपेश सरकार के कामों और लोकप्रिय योजनाओं का उनके पास कोई जवाब नहीं है। भाजपा मोदी का चेहरा सामने रखकर राष्ट्रीय मुद्दों पर चुनाव लड़ना चाहती है ताकि स्थानीय मुद्दों पर चर्चा ही न हो पाये।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सिर्फ साढ़े तीन साल में विकास, विश्वास और सुरक्षा का चेहरा बन चुके हैं और छत्तीसगढ़ में इस चेहरे का मुकाबला प्रधानमंत्री मोदी भी नहीं कर सकते। भाजपा नेतृत्व को अच्छी तरह पता है कि 15 साल के पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में छत्तीसगढ़ भाजपा के हर चेहरे पर कमीशनखोरी, अन्याय, निकम्मेपन और दमन की कालिख पुती है। डॉ रमन सिंह 15 साल मुख्यमंत्री रहे और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं मगर उनका एक भी ऐसा काम नहीं रहा जिसका बखान करके उनके चेहरे पर चुनाव लड़ा जाए। रमन सिंह के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के बावजूद उनके चेहरे को सामने ना किए जाना इस बात का प्रमाण है कि भाजपा नेतृत्व की निगाह में भी रमन का चेहरा दागदार है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा कुछ भी कर लें छत्तीसगढ़ में 2023, 2024 और आने वाले कई चुनाव तक कांग्रेस सरकार के काम ही मुद्दा रहेंगे। 2500 की धान खरीदी, किसान का कर्जा माफी, 400 यूनिट बिजली बिल हॉफ, राजीव गांधी कृषि मजदूर न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, आत्मानंद विद्यालय, भूपेश सरकार के सुशासन, तेंदूपत्ता की 4000 कीमत, वन अधिकार पट्टों का पुनरीक्षण गोधन न्याय योजना, 5 लाख युवाओं को रोजगार, छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन ऐसे मुद्दें है जो चुनाव दर चुनाव भाजपा की पराजय का कारण बनेंगे। जनता भाजपा से पूछना चाहती है जो काम भूपेश सरकार 3 साल में कर रही है उसे भाजपा के 15 सालों के दौरान क्यों नहीं किया गया?