टीबी चैंपियन टीबी मुक्त रायपुर का सपना कर रहे साकार
रायपुर,रायपुर को टीबी मुक्त करने के लिए आरंग विकासखंड में टीबी मुक्त रायपुर फाउंडेशन द्वारा ग्रामों में जाकर माईकिंग के माध्यम से टीबी के प्रति फैली भ्रामक जानकारियां को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है साथ ही लोगों को टीबी रोग पहचान के बारे में भी बताया जा रहा है।
इस सम्बन्ध में टीबी मुक्त रायपुर फाउंडेशन के अध्यक्ष नोहरी चंद्राकर ने बताया: ‘’रायपुर जिले में 51 टीबी चैंपियन जिले को टीबी मुक्त करने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। राज्य में 411 टीबी चैंपियन फाउंडेशन के साथ स्वयंसेवी भावना से काम कर रहे है। यह वह लोग हैं जिन्होंने लंबे समय तक टीबी की बीमारी को झेला है और इस बीमारी से काफी परेशान रहे हैं। किन्तु अब स्वस्थ होकर अपने अनुभवों के आधार पर टीबी चैंपियन के रूप में लोगों को इस बीमारी के प्रति जागृत कर रहे है।“
आगे उन्होंने बताया: ‘’टीबी की बीमारी के प्रति लोगों के मन में भेदभाव रहता है । उसे खत्म करने के लिए समाज और समुदाय में जानकारी बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है। विकासखंड आरंग में माइकिंग के माध्यम से टीबी के लक्षण के बारे में प्रचार किया जा रहा है। माइकिंग में बताया जाता है कि 2 हफ्ते से अधिक खांसी, भूख न लगना, वजन का घटना, रात में पसीना आना, छाती में दर्द होना, यह टीबी के सामान्य लक्षण है साथ ही बलगम के साथ खून का आना भी टीबी लक्षणों में से एक होता है।“
आरंग विकासखण्ड की सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाईजर (एसटीएस) श्रीमती तारा साहू ने बताया: ‘’शासन द्वारा टीबी जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, इन कार्यक्रमों के तहत टीबी से जंग जीत चुके लोगों को टीबी चैंपियन बनाया जाता है । साथ ही किसी व्यक्ति की टीबी पहचान होने पर इनफॉर्मर को उत्साहवर्धन के रूप में ₹500 दिए जाते हैं। जिले में टीबी का सम्पूर्ण इलाज शासकीय चिकित्सालय में निशुल्क उपलब्ध है।“