भारत के लॉजिस्टिक सप्लाई चेन हब के रूप में विकसित हो रहा है छत्तीसगढ़ : डॉ. रमन सिंह : मुख्यमंत्री ने सिडनी में निवेशक सम्मेलन को किया संबोधित
नया रायपुर सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रदूषण रहित उद्योगों के लिए(रेडी टू ऑपरेट) आदर्श स्थान
छत्तीसगढ़ में खनन, खनन तकनीक, कौशल उन्नयन, सेवा क्षेत्र और स्मार्ट सिटी में पूंजी निवेश की व्यापक संभावनाएं
रायपुर,मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स राज्य की राजधानी सिडनी में निवेशक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को भारत के लॉजिस्टिक सप्लाई चेन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। देश के मध्य में स्थित छत्तीसगढ़ की सीमाएं सात राज्यों से लगी हुई हैं। छत्तीसगढ़ से इन राज्यों की बड़ी जनसंख्या को निर्मित वस्तुओं की आपूर्ति आसानी से की जा सकती है। छत्तीसगढ़ और न्यू साउथ वेल्स के बीच खनन, खनन तकनीक, कौशल उन्नयन, सेवा क्षेत्र और स्मार्ट सिटी के विकास में परस्पर सहयोग और पूंजी निवेश की व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने न्यू साउथ वेल्स के उद्यमियों को छत्तीसगढ़ में पूंजी निवेश के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में कहा – छत्तीसगढ़ में 92 वर्ग किलोमीटर में नई राजधानी ‘नया रायपुर’ वैश्विक स्तर की स्मार्ट सिटी विकसित की जा रही है, यह सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रदूषण रहित उद्योगों के लिए रेडी टू ऑपरेट जैसा एक आदर्श स्थान है। इन उद्योगों को नया रायपुर में तत्काल प्रारंभ किया जा सकता है। विश्व बैंक ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दृष्टि से छत्तीसगढ़ को भारत के शीर्ष पांच राज्यों में स्थान दिया है। छत्तीसगढ़ भारत का 17 साल का युवा राज्य है और भारत के सबसे तेजी से उभरते व्यापार स्थलों में से एक है। छत्तीसगढ़ ने विकास, सुधार और परिवर्तन की एक दशक की यात्रा पूरी की है। छत्तीसगढ़ में बेहतर औद्योगिक वातावरण है।
छत्तीसगढ़ में कृषि और घरेलू क्षेत्रों के साथ-साथ उद्योगों को भी 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। कोयला, लोहा, एल्यूमिनियम, बिजली और सीमेंट उत्पादन जैसे कोर सेक्टरों में छत्तीसगढ़ ने स्वयं को मजबूती के साथ स्थापित किया है। इन क्षेत्रों को हम और अधिक बेहतर करना चाहते हैं। खनन प्रौद्योगिकी, सुरक्षा उपकरण, विनिर्माण, इंजीनियरिंग, खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाइल, औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर सहित बुनियादी ढांचे के विकास और सर्विस सेक्टर में परस्पर सहयोग की व्यापक संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का युग स्टार्ट अप और नवाचार का युग है। छत्तीसगढ़ उद्यमियों के नये विचारों को सफल उद्योगों के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। युवा उद्यमियों को स्टार्ट अप के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राजधानी रायपुर में इंक 36 इन्क्यूबेटर सेंटर प्रारंभ किया गया है। छत्तीसगढ़ ने नवाचार नीति भी तैयार की है। स्टार्ट अप और उद्योगों के लिए उद्यमियों को अनेक रियायतें भी दी जा रही हैं।
छत्तीसगढ़ में भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक कौशल विकास कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। पिछले तीन वर्षों में तीन लाख से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। युवाओं को कानून बनाकर कौशल उन्नयन का अधिकार देने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री श्री मेलकम टर्नबुल के नेतृत्व में भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों में एक नये युग का सूत्रपात हुआ है। दोनों देशों के बीच खेल और सांस्कृतिक संबंध लम्बे समय से हैं। वर्ष 2016 में लगभग दो लाख 60 हजार भारतीय ऑस्टेªलिया के प्रवास पर आए। भारत और ऑस्ट्रेलिया कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल उन्नयन, अधोसंरचना विकास और स्मार्ट सिटी के विकास के क्षेत्र में परस्पर सहयोग कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में भी इन क्षेत्रों में सहयोग की व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत में विमुद्रीकरण और जीएसटी लागू होने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था और अधिक मजबूत हुई है। कर सुधारों से कर व्यवस्था सरल हुई है। भारत में निवेश और रोजगार की संभावनाएं पहले से काफी बढ़ी हैं। भारत में सिंगल ब्रांड रिटेल में शत्-प्रतिशत एफ.डी.आई. की अनुमति दी गई है। इससे भारत पूंजी निवेश का श्रेष्ठ स्थान बन गया है। वर्ष 2017 में ऑस्टेªेलिया के प्रधानमंत्री के दौरे के समय ऊर्जा, नवाचार, विज्ञान, संस्कृति और खेलों के क्षेत्र में परस्पर सहयोग के लिए एम.ओ.यू. किए गए। ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापारिक संबंधों में भारत पांचवां शीर्ष भागीदार देश है। इस अवसर पर न्यू साउथ वेल्स राज्य की प्रीमियर ग्लेडिस बी, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह, सचिव वाणिज्य एवं उद्योग श्री कमलप्रीत सिंह, संचालक वाणिज्य एवं उद्योग श्रीमती अलरमेल मंगई डी, छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री सुनील मिश्रा और संबंधित कम्पनियों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।