November 23, 2024

ब्रह्मकुमारी बहनों ने निकाली बाइक रैली

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नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगो को किया जागरूक

भाटापारा- भाटापारा क्षेत्र में आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर कार्यक्रम के अंतर्गत ब्रह्माकुमारीज के यातायात प्रभाग द्वारा सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा विषय को लेकर मोटरबाईक रैली क्रमशः कमलाकांत शुक्ला इंस्टीट्यूट, रेलवे स्टेशन, कृषि महाविद्यालय, कुशल आटो,यातायात पुलिस चौकी, एम.पी.रोड़वेज भाटापारा के इन स्थानों पर रैली निकाली गई। कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाते हुए आगे बड़ाने के लिए विशेष रूप से बहन ज्योति मसियारे (तहसीलदार)और यातायात प्रभारी के.एल.सिदार उपस्थित रहे। आगे के कार्यक्रम में निम्न स्थानों में ब्रह्माकुमारी बहनों के माध्यम से बच्चों के द्वारा मनमोहक नुक्कड़ नाटक के द्वारा यातायात के नियमों का पालन,क्यों जरूरी है,नियम के विरुद्ध चलने के नुकसान,आदि के बारे में जागरूकता का नाटक मंचन के द्वारा समझाया गया। उक्त स्थानों में कमलाकांत इंस्टीट्यूट देवरी कॉलेज में प्रिंसिपल डॉ. वंदना चौहान, रेल्वे स्टेशन मास्टर अजय कुमार,.आर.पी.एफ. अधिकारी, सतीश अग्रवाल,मोहन केशरवानी,राधेश्याम शर्मा ,एवं एम. पी. रोडवेज के सुदीप शुक्ला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साथ ही साथ रायपुर से आई ब्र.कु. चंद्रकला दीदी ने बताया कि हम सब डबल यात्री हैं सड़क पर भी यात्रा करते हैं और यह जीवन की यात्रा भी करते हैं,इन दोनों यात्राओं को सुगम बनाने के लिए उन्होंने बताया की नियम पर चलोगे तो यम से बच जाओगे। नियम अपनाएंगे तभी सम्मान भी मिलेगा। कायदे में रहेंगे तो फायदा होगा। पहले समय में वाहन की गति कम होती थी। आज वाहनों की गति भी बढ़ी साथ ही साथ हमारे मन के विचारों की गति भी बढ़ गई है। मन के ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए हम ही जिम्मेवार हैं। ट्रैफिक के सिग्नल का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि लाल रंग शक्ति का प्रतीक है। पीला रंग खुशी उमंग उत्साह का प्रतीक है। हरा रंग प्रेम का यह तीनों ही रंग हमें इन गुणों को जीवन में अपनाकर अपनी और हमारे अन्य साथियों के भी जीवन यात्रा को सुगम, सुरक्षित बना सकते हैं। इसमें राजयोग मेडिटेशन का महत्व बताते हुए ब्रह्माकुमारी गंगा दीदी ने बताया कि आज हम अपने सारे उपकरणों की चार्जिंग का ध्यान रखते हैं, लेकिन अपने मन के विचारों को चेक नहीं करते नतीजा छोटी-छोटी बातों में चिड़चिड़ापन, उदासी,टेंशन बढ़ता जाता है। जैसे मोबाइल बिना सिम के काम नहीं करता ऐसे यह शरीर भी सिम की तरह मन,बुद्धि,संस्कार के बिना अधूरा है। तो मन को शांत,बुद्धि को एकाग्र करने के लिए उन्होंने राजयोग की विधि बताते हुए कुछ समय मेडिटेशन भी कराया तथा इस सफल कार्यक्रम का मंच संचालन रायपुर से पधारी ब्रह्माकुमारी स्नेहा बहन ने किया।

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