श्री नानक सागर तीर्थस्थल पर प्रति माह पूर्णिमा पर गढ़फुलझर में होगा कीर्तन समागम
रायपुर। श्री नानक सागर साहिब तीर्थस्थल गढ़फुलझर निर्माण समिति द्वारा प्रतिमाह पूर्णिमा के दिन श्री गुरूनानक देव जी चरण स्थली गढ़फुलझर पर कीर्तन समागम किया जायेगा जिसकी शुरूवात 20 फरवरी रविवार को की जा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि कई वर्षों पूर्व सिक्खों के प्रथम गुरू श्री गुरूनानक देवजी अपनी शिवरीनारायण से जगन्नाथ पुरी की यात्रा के दौरान गढ़फुलझर भी पहुंचे थे और 2 दिनों तक गढ़फुलझर में विश्राम किया था उक्त स्थल को तीर्थस्थल बनाया जा रहा है उनकी यादगार में उस स्थान को विश्वस्तरीय पहचान देने वहां सिक्खों का तीर्थस्थान बनाने कमेटी बनाई गई हैं जो लगातार वहां तैयारियों में जुटी है।
श्री नानक सागर साहिब तीर्थस्थल निर्माण समिति के अध्यक्ष महेन्द्र छाबड़ा ने बताया कि 20 फरवरी को 11 बजे से स्त्री सत्संग जत्था गढ़फुलझर, शहीद बाबा दीप सिंह सेवादल कीर्तनी जत्था एवं रायपुर के प्रसिद्ध रागी जत्था भाई कुलदीप सिंह 1 बजे तक शब्द कीर्तन करेंगे। अरदास के बाद गुरू का लंगर अटूट बटेंगा तीर्थस्थल निर्माण स्थल पर प्रथम कीर्तन समागम के जाने के लिये गुरूद्धारा स्टेशन रोड़ रायपुर में सुबह 9 बजे निःशुल्क बस की व्यवस्था की गई हैं।
निर्माण समिति ने गुरूनानक नाम लेवा संगत से अपील की है कि ऐसे पवित्र स्थल पर हो रहे कीर्तन समागम में श्री गुरूनानक देवजी के चरण जहां पड़े हो वहां पहुंचकर दर्शन करें।