गोलमाल करके सर्वेयर एवं समिति की जुगलजोडी से हो रही घटिया धान की खरीदी
देवंगवा धान खरीदी केंद्र में मची है लूट, किसानों से करा रहे काम, नही हैं मूलभूत सुविधाएं, खुले आसमान की नीचे हो रही खरीदी, घटिया धान पहुँच रही है गोदाम में
इंट्रो- इस बार सरकार ने धान खरीदी समिति की गड़बड़ी की रोकथाम के लिए सर्वेयर को नियुक्त किया है जो धान की गुणवत्ता को देखकर ही उसे गोदाम तक पहुंचाने का अनुमति देगा लेकिन जब सर्वेयर और समिति की मिलीभगत हो जाए तो फिर धान में गुणवत्ता हो या ना हो गोदामों तक पहुंचाने का काम लगातार जारी रहता है, इनका खेल तो तब बिगड़ता है जब गोदाम पर तैनात सर्वेयर धान की जांच करता है तो इनके कारनामों की पोल खुल जाती है !
अनूपपुर/कोतमा
कोतमा गोदाम में लगातार घटिया धान पहुंचने का सिलसिला जारी है समिति द्वारा भेजे गए धान या तो पुराने होते हैं या उनमें धूल डस्ट मिले होते हैं जिससे वहां पर तैनात सर्वेयर द्वारा धान को जैसे ही रिजेक्ट किया जाता है वैसे ही बवाल सा मच जाता है हालांकि सबसे ज्यादा छिल्पा समिति के द्वारा घटिया धान भेजे जा रहे हैं, अब विभाग ने पहले तो ऐसे धान की खेप को पुनः समिति भेजने का काम करती थी, लेकिन अब घटिया धान को अलग करा कर अच्छे धान को गोदाम में रखा दिया जाता है बाद में पुनः उस धान को सांफ समिति के द्वारा कराने के निर्देश दिए जाते हैं, हालांकि अभी तक किसी भी समिति ने धान को साफ कर विभाग को नहीं दिया है गौरतलब है कि कोतमा गोदाम में छिल्पा, मलगा ,भलमुडी ,भालूमाडा, जैतहरी, देवंगवा की धान जमा हो रहे हैं !
छिल्पा लैंपस की दो गाड़ियां रिजेक्ट
सोमवार को छिलपा समिति से धान लेकर आई दो वाहन क्रमांक सीजी 15 एसी 0825 , एमपी18 जीए 2145 को मौके में तैनात सर्वेयर ने चेक करने के बाद रिजेक्ट कर दिया इस धान में कंकड़ की मात्रा व पुराने धान की मात्रा अधिक थी, हालांकि धान को अलग से खाली करा दिया गया है, समिति को निर्देश दिए जाएंगे कि इस धान को साफ करें लेकिन सवाल ये उठता है प्रत्येक समिति के साथ एक सर्वेयर की तैनाती की गई है जो धान की गुणवत्ता को जांचने के बाद ही गोदाम में भेजने का काम करेगा हालांकि विभाग अभी तक जैतहरी समिति,खोडरी नंबर 1 के समिति के विरुद्ध एफ आई आर कराने के निर्देश कभी भी जारी कर सकते हैं, तो वही कोठी,देवगमा समिति की जांच चल रही है इन पर भी जल्द ही एफआईआर की गाज गिर सकती है !
पैसे दो, नहीं तो करो काम
मध्य प्रदेश में धान खरीदी केंद्रों पर किसानों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए सरकार ने उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन अनूपपुर जिले के धान खरीदी केंद्रों पर कोई इंतजाम नहीं होने से किसान परेशान है देवगवा समिति में किसानों से ही धान का तौल कराया जा रहा है, बताया जाता है कि किसानों के द्वारा धान को अपनी बोरी से समिति की बोरी में डालने का काम करती है अगर किसान ऐसा नहीं करता तो प्रत्येक बोरे के हिसाब से 9 रुपये की मांग समिति प्रबंधक के द्वारा की जाती है, पूछने पर समिति प्रबंधक विनोद तिवारी के द्वारा कहा गया कि उतना काम तो किसान को करना ही पड़ेगा, और तो और किसानों को कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे धान बेचने को मजबूर हैं, जिले के कोतमा स्थित देवगवा खरीदी केंद्र में कोई सुविधा नहीं है, यहां किसानों को पानी तक के लिए भटकना पड़ रहा है ! 27 दिसंबर को मौसम खराब होने के कारण जिले में कई जगह हल्की बारिश भी हुई है ऐसे में धान खरीदी केंद्र में बरसात होने पर उचित व्यवस्था नही की गई है अचानक बारिश होने से हजारों क्विंटल धान खराब हो सकती हैं।
इनका कहना है
समिति सहित गोदाम में सर्वेयर की ड्यूटी लगाई गई है जो धान की गुणवत्ता को जाचेगा ,गोदामों में पहुंच रहे घटिया धान को अलग करा दिया जाता है ,पुनः समिति साफ कर धान को गोदाम में रखेगी, दो समिति के विरुद्ध एफ आई आर की अनुमति के लिए कलेक्टर के पास फाईल जा चुकी है, वही कोठी और देवगवा समिति की जांच चल रही है जल्द ही इनके विरुद्ध भी कार्यवाही की जाएगी, किसानों को हो रही परेशानी को लेकर देवगवा समिति की जांच की जाएगी !
*विजय डेहरिया नागरिक आपूर्ति विभाग अनूपपुर