सिरकट्टी आश्रम धार्मिक आस्था एवं सामाजिक समरसता का केन्द्र – डॉ रमन सिंह
मुख्यमंत्री गरियाबंद जिले में रामजानकी मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए
गुरूकुल विद्यालय के लिये 30 लाख रूपयें के स्वीकृति की घोषणा
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज गरियाबंद जिले के छुरा विकासखंड के ग्राम कुटेना स्थित चतुर्भुज सिरकट्टी आश्रम पहुंचे और श्री रामजानकी मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मंदिर का निर्माण करीब 10 करोड़ रूपए की लागत से किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने गुरूदेव मंदिर में पूजा अर्चना की और प्रदेश के सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने आश्रम परिसर में स्थित गुरूकुल विद्यालय के लिये 30 लाख रूपए स्वीकृत करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने आश्रम के संस्थापक संत सिया भुनेश्वरी शरण को याद करते हुये कहा कि इस स्थान को उन्होंने अपनी तपस्या व मेहनत से एक तीर्थ के रूप में बदल दिया। आज सिरकट्टी आश्रम धार्मिक आस्था के साथ सामाजिक समरसता का भी केन्द्र बन चुका है। आश्रम का दरवाजा सबके लिये खुला है। यह स्थान शिक्षा केन्द्र के रूप में भी विकसित हो रहा है। डॉ. सिंह ने भक्तीन माता राजिम जयंती पर अपनी शुभकामनाएं देते हुये कहा कि राजिम कुंभ के दौरान राजिम में एस.डी.एम. कार्यालय का विधिवत् शुभारंभ किया जावेगा, जिससे क्षेत्र के लोगांे की बहुप्रतिक्षित मांग पूरी हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरियाबंद जिला विकास के नये आयाम गढ़ रहा है। सौर सुजला योजना में इस जिले ने राज्य में नये कीर्तिमान स्थापित किया है, जिले के 1763 किसानों कोे सोलर पंप प्रदाय किये गये है, जो राज्य में सर्वाधिक है। प्रधानमंत्री उज्जवला योजनांतर्गत 64 हजार से अधिक परिवारो को निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदाय किये गये हैं। इस क्षेत्र के सूखा प्रभावित किसानों के लिये 21 करोड़़ की राहत राशि स्वीकृत की गई है, जिसका वितरण शीघ्र किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजनांतर्गत स्मार्ट कार्ड के माध्यम से 50 हजार रूपये तक के निःशुल्क ईलाज की सुविधा दी जा रही है। इस कार्यक्रम को सांसद श्री चंदूलाल साहू तथा विधायक श्री संतोष उपाध्याय ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में संसदीय सचिव श्री गोवर्धन मांझी, सिहावा विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री श्रवण मरकाम, राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष चन्द्रशेखर साहू सिरकट्टी आश्रम के महामंडलेश्वर संत श्री गोवर्धनशरण व्यास, साघ्वी प्रज्ञा भारती सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।