धान खरीदी केंद्र पर किया जा रहा कोविड टीकाकरण हर घर दस्तक अभियान के तहत टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने नई पहल
खरीदी केंद्रों में स्वास्थ्य टीम कर रही कोविड टीकाकरण
कोविड अनुरूप व्यवहारों को अपनाने की दी जा रही सलाह
रायपुर/धरसीवां 8 दिसंबर 2021, वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए किसान धान बेचने के साथ ही कोरोना से बचाव का टीका भी लगवा रहे हैं। प्रदेश में 6 दिसंबर तक 91 प्रतिशत लोगों को पहला टीका लगाया जा चुका है। वहीं 51 प्रतिशत लोगों को दोनों टीके लग चुके हैं। इधर कोरोना के नए वेरिएंट को भी लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। हर घर दस्तक अभियान के तहत कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे के बीच शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए नई पहल की है।
इस सम्बन्ध मेंस्वास्थ्य विभाग के मीडिया प्रभारी गजेंद्र डोंगरे ने बताया, ’’ मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने 30 नवंबर को कलेक्टरों की ऑनलाइन मीटिंग ली थी। जिसमें धान खरीदी केंद्रों में भी कोरोना टीका लगाने के निर्देश दिए गए थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अब धान खरीदी केंद्रों में पहुंचकर किसानों को भी टीके लगाए जा रहे हैं। विकासखंड धरसीवां में कुल 25 धान खरीदी केंद्र है । जहां पर 3 सदस्यों की 8 टीमें टीकाकरण का कार्य कर रहीं हैं 8 धान खरीदी केंद्रों में ड्यूटी कर रही टीम द्वारा 161 लोगों को टीकाकरण किया गया है जिसमें से 45 लोगों को पहली डोज दी गई है जबकि 116 लोगों को दूसरी डोज दी गई है।साथ ही इस दौरान कोविड-19 अनुरूप व्यवहारों का पालन करने के बारे में भी सलाह दी जा रही है । जैसे नियमित रूप से मास्क लगाएं, शारीरिक दूरी का पालन करें, भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें । सार्वजनिक स्थानों पर जैसे अस्पताल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बाजार जाने पर सावधानी भी बरतें ।‘’
केंद्र पर धान बेचने आए टिकेश्वर साहू कहते हैं, ‘’धान बेचने के साथ ही कोविड टीकाकरण भी हो गया है अब अलग से समय निकालकर टीका लगवाने नहीं जाना पड़ेगा । टीका लगाने के बाद टीका कर्मियों ने एक टेबलेट भी दी है और बताया है कि टीके से बुखार आ सकता है और हाथ पैरों में दर्द हो सकता है अगर ऐसी स्थिति हो तो यह टेबलेट खाने की सलाह दी है । टीकाकरण के बाद क्या करना है और क्या नहीं करना है के बारे में भी बताया गया । आधा घंटा टीका लगाने के बाद उन्होंने मुझे अपनी निगरानी में रखा ।