संविधान को जीवन में आत्मसात करना भी जरूरीः संचालक राजेश सिंह राणा
संविधान दिवस पर एससीईआरटी में परिचर्चा का आयोजन
रायपुर, 26 नवंबर 21/राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् में आज संविधान दिवस के अवसर पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव व एससीईआरटी के संचालक श्री राजेश सिंह राणा ने कहा कि भारतीय संविधान की एक-एक शब्द को गहराई से अध्ययन करने की जरुरत है। यदि हम संविधान के मौलिक अधिकार व कर्त्तव्य को दैनिक जीवन के आचरण में लाएंगे, तभी हम आने वाली पीढ़ी को संविधान का सही पाठ पढ़ा सकते हैं। श्री राणा ने आगे कहा की हमें केवल संविधान का सामूहिक पाठ ही नही करना है, बल्कि इसे जीवन में आत्मसात करना होगा। उन्होंने कहा की राष्ट्र का निर्माण नागरिकों से होता हैं और सरकारी संस्थान वो चाहे राजनीतिक हो, प्रशासनिक हो, या न्यायिक हो, वह एक-एक शब्द का पालन करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुसार पाठ्यपुस्तक के माध्यम से भारत का संविधान व हम भारत के लोग उपलब्ध कराई गई हैं। उन्हें भावी पीढ़ी तक तभी पहुंचा पायेंगे, जब उसके एक-एक शब्द को पढ़कर जीवन में उपयोग में लाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हम चाहे व्यवसाय कर रहे हो या किसी पद पर कार्य कर रहे हो उसका मूल आधार संविधान हैं।
परिचर्चा को संबोधित करते हुए एससीईआटी के अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार भारत का संविधान व हम भारत के लोग नामक दो लघु किताबे एससीईआरटी में तैयार कर राज्य के सभी शासकीय, प्राथमिक माध्यमिक व हायर सेकेण्डरी स्कूलों में भेजा गया हैं। उन्होंने कहा कि इसका उदे्श्य यह है कि नई पीढ़ी में भारतीय संविधान की चेतना का संचार भलीभांति होना चाहिए। उन्होंने मौलिक अधिकार के साथ-साथ मौलिक कर्त्तव्यों पर भी ज्यादा जोर देने की बात कही।
परिचर्चा में सहायक प्राध्यापक डॉ. विद्यावती चंद्राकर, सहायक संचालक श्री प्रशांत कुमार पाण्डेय, व्याख्याता श्री ललित कुमार साहू, व्याख्याता श्री डी. दर्शन, श्री ललित उपाध्याय (जांजगीर), श्रीमती चित्रमाला राठी (बालोद) ने भाग लिया । परिचर्चा के प्रारंभ में अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे द्वारा भारत का संविधान के उद्देशिका का सामूहिक पठ्न कराया गया।
परिचर्चा में प्रमुख रुप से संयुक्त संचालक (वित्त) सुमंत राय कुरुवंशी, उप संचालक उमेश कुमार साहू, श्री प्रशांत कुमार पाण्डेय, एससीईआरटी व राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण तथा विभिन्न जिलों के प्रतिभागी उपस्थित थे।