राहुल गांधी के कही बातों को ही मोदी सरकार मान लेती तो देश में महंगाई नाम की चीज नहीं रहती
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सरकार में संसदीय सचिव विकास उपाध्याय आज देश में बढ़ती महंगाई को लेकर बिलासपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए भाजपा की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के बीते सात साल में ऐसा कोई काम नहीं किया है जिसका हवाला देकर वे कहें कि लोगों के जीवन स्तर में सुधार आया है। विकास उपाध्याय ने कहा, बहुमत के दम पर मोदी सरकार ने गलत-सलत नीतियाँ बनाई और आज स्थिति यहाँ तक पहुँच गई है कि उन्हें कोई रास्ता नहीं दिख रहा है। उन्होंने पुछा कि कृषि कानून वापस लेने के बाद मोदी सरकार के आगे की क्या योजना है? क्या मोदी सरकार सीएए और एनआरसी पर भी इसी तरह का रूख अपनाएगी? क्या अब देश के प्रधानमंत्री यह स्वीकार करेंगे कि चीनी सैनिक भारतीय इलाके में घुसे हैं और हमारे जमीन पर कब्जा किया है? क्या वे बगैर संकोच के इस बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करने तैयार हैं कि हमारे नेता राहुल गांधी जी ने अब तक जो सरकार को आगाह करते आ रहे हैं। वो सारी बातें सच साबित हो रही हैं।
बिलासपुर पहुँचे आज कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं सरकार में संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान देश में बढ़ती महंगाई के लिए सिर्फ और सिर्फ मादी सरकार की गलत नीतियों को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि भाजपा को केन्द्र में अपने बहुमत का बड़ा घमण्ड है, यही वजह है कि उनके केन्द्रीय नेता कृषि आन्दोलन को लेकर किसानों के विरूद्ध निम्न स्तर का बयान देते रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि कृषि मंत्री तोमर ने कहा था, कृषि कानून का विरोध मुठ्ठी भर किसान कर रहे हैं। जबकि बड़ी संख्या में देश भर के किसान इसके समर्थन में हैं। उन्होंने कहा, मोदी सरकार की हटधर्मिता ने ही मजबूर कर दिया कि आजादी के बाद सबसे लंबे समय तक किसान आन्दोलन को जारी रखना पड़ा।
विकास उपाध्याय ने आगे कहा, अचानक से कृषि कानून को वापस लेने की घोषणा से साफ है कि मोदी सरकार की बेचैनी समझी जा सकती है। इन्हें अब भी यह समझ नहीं आ रहा है कि गैस महंगी हो गई है, पेेट्रोल महंगा हो रहा है, नौकरियाँ नहीं हैं, भूख और बेरोजगारी बढ़ रही है और तो और हंगर इण्डेक्स में पाकिस्तान से भी पीछे चले गए हैं। उन्होंने विश्वास के साथ कहा कि आने वाले समय में मोदी सरकार को सीएए और एनआरसी से भी कदम पीछे हटाना पड़ेगा। उन्होंने कहा, यही मोदी सरकार है जो नोटबंदी कर भ्रष्टाचार में अंकुश लगाने की बात कही थी, परन्तु पूरा देश देख रहा है रिजर्व बैंक के पास ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिल सका, जिससे साबित हो कि कालाधन जब्त कर लिया हो। जल्दबाजी में लिया गया जीएसटी का प्रकरण आज व्यापारियों के लिए आफत बनी हुई है। विदेशनीति की बात करें तो चीन का आक्रामक रूख का मोदी सरकार जवाब दे नहीं पा रही है। ये हर मोर्चे पर असफल साबित हो रहे हैं।
विकास उपाध्याय ने आगे कहा, हमारे नेता राहुल गांधी एकमात्र व्यक्ति हैं जो लगातार मोदी सरकार को आगाह करते रहे हैं कि कोविड की भयावह स्थिति निर्मित होने वाली है, पर उन्होंने इसे मजाक पर उड़ा दिया। नोटबंदी को लेकर उनका विरोध सर्वविदित रहा, परन्तु 50 दिन का समय मांगकर प्रधानमंत्री मोदी ने सार्वजनिक तौर पर ऐलान किया था कि इस बीच सब ठीक नहीं हुआ तो उन्हें बीच चौराहे पर जो सजा देंगे मंजूर है, परन्तु नतीजा क्या हुआ। छोटे व्यापारी रोड पर आ गए, लोग बेरोजगार हो गए। उन्होंने याद दिलाया प्रधानमंत्री मोदी वोट हासिल करने किस तरह से सार्वजनिक मंचों पर चिल्ला-चिल्लाकर झूठ बोला करते थे। तेल के दामों को लेकर उन्होंने कहा था उनकी सरकार बनी तो 35 रूपये में पेट्रोल मिलेगा, परन्तु आज 100 के पार इसके दाम बढ़ गए हैं और जब चुनावों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ रहा है तो जो सरकार पेट्रोलियम के दामों पर नियंत्रण नहीं है बोल रही थी वह अचानक से इसके दाम कम कर दिये।
विकास उपाध्याय ने कहा, मोदी सरकार को स्वीकार करना होगा कि राहुल गांधी द्वारा कही गई बातें सच साबित हो रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी को स्वीकार करना होगा कि चीनी सैनिक भारतीय इलाके में घुसे हैं और हमारी जमीन पर कब्जा किया है। प्रधानमंत्री को यह भी स्वीकार करना होगा कि सीएए व एनआरसी पूरी तरह से भेदभाव करने वाला कानून है, उन्हें यह भी स्वीकार करना होगा कि राफेल सौदे में बेईमानी हुई है। उन्हें यह भी स्वीकार करना होगा कि पेगासस का इस्तेमाल अवैध तरीके से उनके सरकार ने की है। विकास उपाध्याय ने कहा, भाजपा सिर्फ झूठ बोलकर कुर्सी तक पहुँची है, उन्होंने यूपीए की सरकार को देश के सामने झूठा साबित करने कोई कसर नहीं छोड़ी। 100 दिन के अंदर महंगाई कम करने की बात करने वाली मोदी सरकार आज सात साल बाद देश के लोगों को उस हालत में पहुँचा दिया है कि टमाटर के रेट एप्पल से ज्यादा हो गए हैं। कांग्रेस पार्टी इसे लेकर पूरे देश में सड़क पर उतरकर आन्दोलन तेज करेगी।