वक्ता मंच ने संजीवनी वृद्धाश्रम में “सार्थक दीपावली” मनाई
अब वृद्धाश्रमो से बुजुर्गो की घर वापसी का कार्य आरंभ हो : शकुंतला डहरे
रायपुर। प्रदेश की सामाजिक संस्था वक्ता मंच द्वारा राजधानी के कोटा स्थित संजीवनी वृद्धाश्रम में “सार्थक दीपावली” की मुहिम के तहत दीपावली मिलन कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर वक्ता मंच के कार्य कर्ता और शहर के बुद्धिजीवी बड़ी संख्या में एकत्र हुए। समूचे वृद्धाश्रम को रंगोली व दीपमालाओ से सुसज्जित किया गया एवं उपहार, दीपावली के व्यंजन व पटाखे भेंट कर वृद्धजनो का आशीर्वाद प्राप्त किया गया। वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते ने जानकारी दी है कि सांस्कृतिक व साहित्यिक कार्यक्रमों के साथ सबने सामूहिक रूप से आतिशबाजी का आनंद भी लिया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि शिक्षाविद् शकुंतला डहरे ने अपने संबोधन मे कहा कि अब वृध्दाश्रम से बुजुर्गो की घर वापसी हेतु अभियान छेड़े जाने की जरूरत है।
कार्यक्रम में कमलेश कौर चावला,शुभा शुक्ला, सुनील पांडे, ज्योति शुक्ला, उर्मिला देवी, पूर्नेश डडसेना, कुमुद लाड, राजेश पराते, शुभम साहू, राजाराम रसिक, टूमीन साहू, हरप्रभा देवांगन, सुनीता चन्सोरिया, पद्मा शर्मा, दुष्यंत साहू, विवेक बेहरा, आशा पाठक, प्रगति पराते, तेजपाल सोनी, खेमराज साहू, पुष्पराज गुप्ता, कमलेश साहू, वीरू साहू, विजय लाड, ईश्वर साहू, दिलीप टिकरिहा, ईशान शर्मा सहित अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि वक्ता मंच द्वारा प्रत्येक वर्ष दीपावली मे शहर की झुग्गी बस्तियों, जरूरतमंदों सहित बाल व वृद्धाश्रमों तक पहुंचकर दीपावली की खुशियाँ शेयर करने का कार्य किया जाता है। इसी कड़ी मे इस वर्ष भी यह कार्य जारी है।
आयोजन के दौरान शहर के प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी कविताओं से माहौल को सरस बना दिया। अतिथियों ने इस अवसर पर कहा कि दीपावली का त्यौहार असत्य पर सत्य, अंधकार पर प्रकाश, अन्याय पर न्याय एवं असुरत्व पर सुरत्व की ताकतो के विजय का पर्व है। मानव सभ्यता के प्रत्येक दौर में अंधकार और प्रकाश की ताकतो के मध्य संग्राम होते आ रहा है। गहन अमावस्या के अंधकार मे टिमटिमाते दियों की रोशनी हमें आश्वस्त करती है कि पौराणिक काल की तरह प्रत्येक युग मे सत्य, न्याय व उजाले की ही विजय होती रहेगी। कार्यक्रम के अंत मे संजीवनी वृद्धाश्रम के समस्त बुजुर्गो के सुखद, दीर्घ व स्वस्थ जीवन की कामना की गई।