कबीर की वाणी समाज में समरसता का संदेश: डॉ. रमन सिंह:
कबीर धर्मदास वंशावली पंच शताब्दी समारोह में मुख्यमंत्री हुए शामिल
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज दुर्ग जिले के भिलाई में आयोजित सद्गुरू कबीर धर्मदास वंशावली पंच शताब्दी समारोह में शामिल हुए। यह कार्यक्रम कबीर धर्मदास साहब वंश गुरू गद्दी स्थापना के 500 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने पंथ श्री हुजूर प्रकाश मुनि नाम साहेब दामाखेड़ा से आशीर्वाद लिया।
उन्होंने मुख्य अतिथि की आसंदी से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि संत कबीर ने 500 साल पहले जो उपदेश समाज को दिया था, वह आज भी प्रासंगिक है। उनकी वाणी में सामाजिक समरसता का संदेश है। उन्होंने कहा कि संत कबीर के विचार समाज में असमानता, आडम्बर, पाखण्ड को दूर करता है और साथ ही समरसता और सद्भावना का भाव भी पैदा करता है। उन्होंने संत कबीर को देश और दुनिया का पहला संचारक बताते हुए कहा कि उन्होंने ऐसे समय में, जब दुनिया में किसी भी प्रकार की संचार के साधन उपलब्ध नहीं थे, उस समय में अपनी वाणी, विचार से दुनिया को संदेश देने का कार्य किया हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि संत कबीर कालजयी है। उन्हें समय की सीमा में बांधा नहीं जा सकता। उन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन में प्रकाश मुनि साहेब के साथ बिताए गए समय को याद करते हुए कहा – 22 वर्ष पहले कबीरधाम जिले के बारमुड़ा गांव में आयोजित कबीर समागम कार्यक्रम में उनसे मुलाकात हुई थी। तब से लेकर आज तक लगातार मुझे प्रकाश मुनि साहेब से आशीर्वाद लेने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। कार्यक्रम को राजस्व मंत्री श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने भी सम्बोधित किया। कार्यकम में लोकसभा सांसद श्री ताम्रध्वज साहू, लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह, संसदीय सचिव श्री लाभचंद बाफना, विधायकगण श्री विद्यारतन भसीन, श्री सांवला राम डाहरे सहित कबीरपंथ के गुरू प्रकाशमुनि नाम साहेब, अनेक महंत और हजारों की संख्या में कबीर पंथ के अनुयायी उपस्थित थे।