भाजपा ने लगाये धर्मांतरण के झूठे आरोप : कांग्रेस
भाजपा के दोनो राजनीतिक कार्यक्रम फ्लॉप हो गए : धर्मांतरण और किसान आंदोलन को नहीं मिला जनसमर्थन
रायपुर/13 सितंबर 2021। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के दोनों राजनीतिक कार्यक्रम फ्लॉप हो गए धर्मांतरण को लेकर भाजपा ने जो झूठ फरेब का ताना-बाना बुना उसकी सच्चाई जनता के बीच उजागर हो गई। भाजपा के कथित किसान आंदोलन से किसानों ने दूरियां बना ली है। छत्तीसगढ़ के किसान रमन भाजपा के वादाखिलाफी मोदी सरकार के किसान विरोधी नीति से वाकिफ हैं। छत्तीसगढ़ सहित देश भर के किसान मोदी भाजपा सरकार के तीन काला कृषि कानून के खिलाफ बीते 9 माह से सड़क में आंदोलन कर रहे हैं। भाजपा के नेता किसान आंदोलन में शामिल किसानों को आतंकवादी नक्सली टुकड़े टुकड़े गैंग देशद्रोही और मवाली तक बोल चुके हैं। ऐसे में भाजपा का किसानों के प्रति प्रेम दिखावा और छलावा है यह छत्तीसगढ़ के किसान जानते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों को कर्ज मुक्त किया, बिजली बिल हाफ, सिंचाई कर माफ, स्थाई बिजली कनेक्शन दे रही है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना से धान, कोदा,े कुटकी, गन्ना, रागी, मक्का, दलहन, तिलहन सहित फलदार वृक्ष लगाने वाले किसानों को 9 हजार से 10 हजार रु. प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दे रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सरकार में संविधान सर्वोपरि है। संविधान से ऊपर कोई भी नहीं है गैर संविधानिक कार्यों में शामिल षड्यंत्रकरियो और छत्तीसगढ़ की धरा को अशांत करने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के धर्मांतरण के झूठे आरोपों की पोल खुल गयी। भाजपा धर्मांतरण नाम से ओछी राजनीति कर रही है। भाजपा के पास जोर जबरदस्ती धर्मांतरण के सम्बन्ध में कोई तथ्य नहीं है। भाजपा नेताओं के आरोप सिर्फ राजनीतिक प्रेरित और छत्तीसगढ़ में मुद्दाविहीन होने का जीता जागता प्रमाण है। भाजपा के नेता पर भरोसा जोर जबरदस्ती धर्मांतरण कराने का आरोप लगाकर छत्तीसगढ़ के शांत धरा को अशांत करने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने भाजपा के जोर जबरदस्ती धर्मांतरण कराने के 200 शिकायत के दावा को सार्वजनिक करने की चुनौती दी। लेकिन भाजपा 200 शिकायत को सार्वजनिक नही कर पाई। इससे स्पष्ठ हो गया भाजपा ने झूठ अफवाह और हवा हवाई आरोप लगाकर छत्तीसगढ़ में अपनी खिसकती राजनीति जनाधार को बचाने में लगी है। आरएसएस भाजपा के असल चाल चरित्र चेहरा को 15 साल तक छत्तीसगढ़ की जनता ने देखा है और बर्दाश्त किया है उस दौरान किस प्रकार छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण होते रहे और आरएसएस के ही अनुवांशिक संगठन धर्मांतरण के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन करते रहे। घर वापसी अभियान सहित अनेक आयोजन उस दौरान हुआ है। दुर्भाग्य की बात है आरएसएस भाजपा के 15 साल के शासनकाल में छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण रोकने किसी प्रकार के उपाय नहीं किया गया। न ही किसी व्यक्ति या संस्था के ऊपर धर्मांतरण कराने के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की गई।