तीर्थस्थलों के विकास की “प्रसाद योजना” में अमरकंटक तीर्थ को भी शामिल करें सरकार : श्रीधर शर्मा
मां नर्मदा के उद्गम स्थल व धर्मनगरी अमरकंटक को प्रसाद योजना में शामिल किए जाने हेतु मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव श्रीधर शर्मा ने मध्यप्रदेश के राज्यसभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह को किया पत्राचार, पूर्व मुख्यमंत्री के माध्यम से प्रधानमंत्री से “नर्मदा परिक्रमा विकास कॉरिडोर योजना” के क्रियान्वयन हेतु भारत सरकार के समक्ष अनुशंसा हेतु की अपील
अनूपपुर(अविरल गौतम )अमरकंटक भारत सरकार की “प्रसाद योजना” देश भर में तीर्थस्थलों के विकास के साथ साथ समूचे भारत देश के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण व सराहनीय कदम है। इससे देश की एकता, अखण्डता के साथ ही अर्थिक विकास को भी एक सकारात्मक दिशा प्राप्त होगी, साथ ही लॉक डाउन के बाद देश भर में बेरोजगारी की मार झेल रहे युवा वर्ग सहित कई बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे और लोगों के घरों में दो वक्त की रोटी के इंतजाम की दिशा मे भी यह योजना प्रभावकारी साबित होगी। मध्य-प्रदेश में ओंकारेश्वर को भी इस योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है, लेकिन इस धरा को पुण्य प्रताप से अभिसिंचित करने वाली मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक को इस योजना से पृथक रखा गया है, जबकि समग्र “नर्मदा परिक्रमा” को भी सम्मिलित किया जाना चाहिए। इससे माई का मंडप, सोनमूड़ा, जालेश्वर सहित नर्मदा जी के तट मे स्थित मध्य-प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ के धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों के विकास की दिशा सुनिश्चित होगी। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव श्रीधर शर्मा ने इस महत्वपूर्ण विषय पर विचार किया व इस दिशा में राज्य सभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री (म. प्र.) श्री दिग्विजय सिंह जी से अनुरोध किया है कि “नर्मदा परिक्रमा विकास कोरिडोर योजना” का क्रियान्वयन किए जाने की दिशा में भारत सरकार से पहल करें, जिससे धार्मिक स्थलों का पर्यटन के रूप में विकास सुनिश्चित हो सके।