7 ग्राम पंचायतों में फर्जी फर्म के सहारे उमेश ने 21 लाख का कराया भुगतान..?
जॉब कार्डधारी मजदूर निकला उमेश ट्रेडर्स फर्म का मालिक, सचिव के साथ चल रही मिलीभगत
इंट्रो – पूर्व विधायक का चहेता और उमेश के साथ कार्य करने वाला नेता उर्मलिया ने कहा कि जब कोई भ्रष्टाचार करता है तो बचने के लिए 100 जुगाड पहले से बनाकर रखता है, दर्जी यदि पेंट सिलता, तो नीचे चैन भी लगा देता है आप लोग अपने है बीच का रास्ता खोजो जबरदस्ती मामले को तूल न दे।
अनूपपुर ( अविरल गौतम ) कोतमा आज जिले की ग्राम पंचायतो में विकास कार्यों के नाम पर जम कर भर्रेशाही चल रही है,कुछ शासकीय भ्रष्टाचारी अधिकारी/कर्मचारी अपनी अपनी जेब भरने के चक्कर में शासकीय पैसे की हेरा फेरी कर पैसे को डकार रहे हैं।विकास कार्यों के नाम पर शासकीय पैसे की लूट ग्राम पंचायत के कुछ जिम्मेदार सचिव सरपंच मचा रखे हैं, मुख्यमंत्री एक ओर ग्राम पंचायतों के अंतिम छोर तक विकास कार्य के लिए पानी की तरह पैसे बहा रहे हैं वही ग्राम पंचायतों के कुछ भ्रष्ट सचिव सरपंच अपनी अपनी जेब गर्म करने के चक्कर में ग्राम पंचायतों के शासकीय पैसे को लूट रहे हैं। कई वर्षो से जिले के जनपद पंचायत एवम ब्लॉक के जनपद पंचायतो के मठाधीश अधिकारी जो अंगद की तरह पैर जमा कर मलाई दार कुर्सी में बैठकर भ्रष्टाचार की मलाई खा रहे हैं और शासन को भ्रष्टाचार परोस रहे हैं।
फर्जी फर्म और जीएसटी के सहारे भुगतान
जनपद पंचायत कोतमा अंतर्गत ग्राम पंचायत सिलपुर,सारंग गढ़, बेलियाछोट,विचारपुर, उरतान, गोडारू में मटेरियल सप्लायर गिट्टी,सीमेंट,रेत, रॉड, ईंट,मुरूम एवम अन्य हार्डवेयर सामग्री खरीदी के नाम पर वर्तमान में पदस्थ सचिव सरपंच की मिली भगत से ग्राम पंचायतों में लगे बिलों में जीएसटी नं में छेड़छाड़ व फर्जीवाड़ा कर एक ही जीएसटी नं. 23FTDPS7604P2Z2 एवम विक्रेता आईडी नं 2402150 के सहारे उमेश शर्मा ग्राम पंचायत गोडारू निवासी द्वारा सातों ग्राम पंचायतों में फर्जी फर्म जय माता दी ट्रेडर्स और उमेश ट्रेडर्स इन दिनों फर्म एक ही जीएसटी नं के सहारे कई लाखो रुपए का भुगतान ग्राम पंचायतों से मटेरियल सप्लायर के नाम पर अपने चहेते सचिवों के सहारे कराता रहा।भ्रष्टाचारी सचिव अपनी काली कमाई करने के चक्कर में फर्जी फर्म के नाम पर भुगतान आंख में पट्टी बांध कर करते रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उमेश ट्रेडर्स और जय माता ट्रेडर्स के नाम की बिल में अंकित पते पर कोई भी दुकान दूर दूर तक नजर नहीं आती,यह मानो जय माता ट्रेडर्स एवम उमेश ट्रेडर्स के नाम की दुकान को आसमान लील गया या फिर धरती में समा गई।अब यह देखना होगा कि जिले एवम जनपद के जिम्मेदार अधिकारी, इंजिनियर, एसडीओ जो कुंभकरण की नींद से कब जागेंगे?
फर्जी फर्म के नाम 21 लाख का भुगतान
जनपद पंचायत कोतमा ग्राम पंचायत सिलपुर में वर्ष 2021 में लगभग 60,890 रूपए का,सारंगगढ़ में लगभग 66,470 रुपए, बेलियाछोट में लगभग 8,98,800 रुपए, विचारपुर में 5,63,695 रुपए, उरतान में 79,510 रुपए, गोडारू में 4,70,300 रुपए का भुगतान मे. जय माता दी ट्रेडर्स एवम उमेश ट्रेडर्स फर्म के नाम से कुल लगभग 21,39,666 रुपए बीते 6 महीनो में भुगतान सचिवों ने अपने चहेते को फर्जी फर्म के सहारे शासकीय पैसे का भुगतान किया जाता रहा और कमीशन के चक्कर मे जिम्मेदार अधिकारी मौन स्वीकृति प्रदान कर भ्रष्टाचार की नव पर सवार हो कर डुबकी भ्रष्टाचारी सचिवों एवम फर्म संचालक के साथ मिलकर लगाते रहे।
फर्म मालिक बना मजदूर
ग्राम पंचायत गोडारू निवासी उमेश शर्मा ने बहुत ही चतुराई और चालाकी के साथ सत्ता धारी नेताओ के संरक्षण में सचिवों के साथ सांठ गांठ कर अपने ग्राम पंचायत गोडारू में पहले जॉब कार्ड क्र. MP-46-001-012-001/137 बनवाकर जॉब कार्ड के सहारे लगभग 10,000 रुपए का ग्राम पंचायत गोडारू से मजदूरी भुगतान ले लिया गया उसके पश्चात 7 ग्राम पंचायतों से मटेरियल सप्लायर के 2 फर्म एक जीएसटी नं के सहारे लगभग 21 लाख रुपए का भुगतान ग्राम पंचायतों से अपने खाते पर निर्माण सामग्री सप्लायर के नाम पर कराता रहा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ ग्राम पंचायतों में पर्दे के पीछे रहकर ठेकेदारी भी इनके द्वारा की जाती हैं और कागजों में निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत बनी रहती है।
इनका कहना है
अच्छा हुआ कि आपने समय पर यह जानकारी दे दी है मैं सातों ग्राम पंचायत में उक्त दोनो फर्म के जीएसटी नं और बिलो की जानकारी मंगवाकर,जांच करता हूं, दोषी पाए जाने पर कार्यवाही करूंगा और उक्त भुगतानो पर तत्काल रोक लगाई जाएगी।
राजेंद्र त्रिपाठी सीईओ,जनपद पंचायत कोतमा