नन्द कुमार साय को डी.लिट. की मानद उपाधि मिली,मध्यप्रदेश के राज्यपाल ओ.पी. कोहली के हांथों रींवा में हुए सम्मानित
JOGI EXPRESS
अवधेश प्रताप सिंह विश्व विद्यालय रींवा के स्वर्ण जयंती वर्ष के षष्टम दीक्षांत समारोह में साय को मिला डाक्टर की उपाधि
रायपुर_ नन्द कुमार साय अध्यक्ष रास्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग भारत सरकार को आज अवधेश प्रताप सिंह विश्व विद्यालय रींवा श्री साय द्वारा समाज मे किये गये विभिन्न कार्यो एवम उपलब्धियों के लिये डाक्टरेट ऑफ लिटरेचर से नवाजा गया।
नन्द कुमार साय के मीडिया एडवाइजर भारत योगी द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि आज 23 दिसम्बर को अवधेश प्रताप सिंह विश्व विद्यालय रींवा के स्वर्ण जयंती वर्ष के षष्टम समारोह में मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल श्री ओ.पी. कोहली के गरिमामयी उपस्थिति में डी.लिट. की उपाधि से नवाजा गया।
श्री साय द्वारा समाज को दिये गये विभिन्न क्षेत्र में सेवा को ध्यान में रखते हुये उन्हें विस्व विद्यालय डी.लिट. की मानद उपाधि से नवाजा गया है।
विदित हो कि श्री साय तीन बार लोक सभा के सदस्य, दो बार राज्य सभा सदस्य व तीन बार विधायक तथा अविभाजित मध्यपदेश भाजपा के अध्यक्ष, छग भाजपा के अध्यक्ष, छग विधान सभा मे नेता प्रतिपक्ष रहे हैं तथा 1970 में शराब छोड़ो आंदोलन चलाया, एवम इसी दौरान शराब छुड़वाने की खातिर 13 सितम्बर 1970 में नमक का त्याग कर दिया था। आज 47 साल हो गए उन्होंने नमक को हाथ भी नही लगाया है। समाज मे प्रतिज्ञा पुरुष और हठ योगी के रूप में उनकी पहचान है। वही सरगुजा में संसद होते हुए उन्होंने नक्सलवाद के खिलाफ मुहिम चलाया था। समाजिक जागरण अभियान चलाकर उन्होंने झारखंड की सीमा से लगे सरगुजा में नक्सलवाद का अहिंसावादी तरीके से खत्मा कर दिया है। उनके इस उल्लेखनीय कार्यो के कारण उन्हें प्रदेश की सीमा से लगे झारखंड में भी एक अलग रूप में जाना जाता है। उन्होंने जशपुर में एक आदर्श गांव भी बनाया है।