November 25, 2024

भ्रष्टाचार का शिकार हो गए करोड़ों के स्कूली शौचालय, करोड़ों खर्च होने के बाद भी स्थित बदतर,गिनती के शौचालयों को छोड़ कर बाकी हुए उपयोग विहीन, अधूरा निर्माण कर हजम हुई सरकारी राशी

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JOGI EXPRESS

भ्रष्टाचार का शिकार हो गए करोड़ों के स्कूली शौचालय, करोड़ों खर्च होने के बाद भी स्थित बदतर

सी एस आर एवं फ्रेडली शौचालय को मिला कर  करोड़ों की राशी हुई थी स्वीकृत   
बैकुंठपुर,अजय तिवारी  :सोनहत विकासखंड सोनहत अंर्तगत सरकारी स्कूलों में शौचालय बना दिए गए हैं और जहां नही बनाए गए वहां पर पर बनाए जा रहे है। यह दावा जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग की रिपोर्ट कर रही है। सभी प्राथमिक, माध्यमिक एवं हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूलों में शौचालय निर्माण के लिए राशि उपलब्ध कराई गई और निर्माण भी हुए। हालांकि शौचालय निर्माण में अधिकांश स्कूलों में काफी कमजोर काम हुआ है।  लोगों का कहना है की शौचालय का कमरा जरूर तैयार हुआ है परन्तु सोनहत क्षेत्र में बनने के बाद कुछ स्कूलों को छोड़ कर शायद ही अन्य स्कूलों में शौचालय का उपयोग किया जा रहा है इसका कारण यह नही की विद्यार्थीयों में जागरूकता नही बल्कि निर्माण इतना कमजोर हुआ की बनने के बाद काफी शौचालय जर्जर हो गए ,और कई शौचालय तो आज भी अधूरे है। सोनहत विकासखंड के प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों को मिला कर एस ई सी एल द्वारा सी एस आर मद से वर्ष2015-16 में 49 स्कूलों में लगभग एक करोड़ के आस पास की राशी से  शौचालय का निर्माण कराया गया जिसमें निर्माण कार्य कराने के लिए ग्राम पंचायत को निर्माण एजेंसी बनाया गया था लेकिन कुछ ग्राम पंचायत के द्वारा कई स्कूलों में इतना घटिया निर्माण किया गया की इन शौचालयों का उपयोग नही हो पा रहा है साथ ही कई स्कूलों में शौचालय का कमरा जरूर तैयार किया गया लेकिन कहीं पर शौचालय का टैंक ही नही बनाया गया तो कहीं टैंक बनाया भी गया तो उसमें ढक्कन नही लगाया गया और कई जगहों पर पाई भी नही लगाई गई जिससे इन शौचालयों का उपायोग नही पा रहा है ।

फ्रेंडली शौचालय के लिए 97 लाख 

विकासखंड सोनहत अंतर्गत समस्त ग्राम पंचायतों में स्थित प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में सर्व शिक्षा अभियान योजना के तहत फें्रण्डली शैचालय निर्माण हेतु शासन प्रशासन स्तर पर 194 नग शैचालय निर्माण हेतु प्रति शौचालय पचास चजार रूपए के हिसाब से कुल 97 लाख रूपए की राशी स्वीकृत की गई थी परन्तु क्षेत्र के पंचायतों में आलम है की राशी स्वीकृत हुए लगभग एक से दो  वर्ष बीतने को है परन्तु ये शौचालय निर्माण अभी तक पुर्ण नही हो पाया है । वही खंड स्तर के लगभग 10 स्कूलों में तो अभी तक फ्रेडली शौचालयों का निर्माण शुरू भी नही कराया गया है जबकी इसकी प्रथम किस्त की राशी तीस हजार रूपय प्रति शौचालय के अनुसार निर्माण एजेंसीयों के द्वारा दो साल पुर्व ही ले लिया गया है जबकी कई स्कूलों में कही प्लास्टर नही होने कही गढढा नही खोदे जाने कही टैंक निर्माण तो कहीं पाईप लाईन के सेटिंग आज तक नही की गई हैै। जबकी इन ग्राम पंचायतों को निर्माण प्रारंभ कराने बतौर प्रथम किश्त तीस हजार रूपए की राशी भी प्रदाय की जा चुकी है और कई जगह दूसरी किस्त की राशी भी दे दिया गया है। वहीं इस संबंध में सोनहत के बी आर सी एरोन बखला ने जानकारी देते हुए बताया की निर्माण खंड स्तर पर कई फ्रंेडली शौचालय अभी तक पुर्ण नही है इसके लिए संबंधित एजेंसी को पत्र लिखा गया था साथ ही जनपद पंचायत सोनहत के माध्यम से भी रिमांईडर लेटर भेजवाया जा चुका है।

पानी की सप्लाई नहीं

मुख्यालय स्तर के कुछ स्कूलों को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश स्कूल ऐसे हैं जहां बने शौचालयों में पानी की सप्लाई नहीं हैं। पानी की सुविधा के लिए हैण्डपंप लगाए गए हैं, जो पीने का पानी तक उपलब्ध नही करा पा रहे है । अधिकांश शौचालयों में न तो पानी की टंकी लगाई गई और न ही ऐसी सुविधा है कि विद्यार्थी को शौचालय जाने के बाद वहीं पानी मिल सके। इसके अतिरिक्त कुछ स्कूलों में पानी की टंकी लगाई भी गई तो कुछ स्थानों की टूट चुकी है और कुछ स्थानों की टंकीयां गायब हो चुकी है ।ऐसी स्थिति में विद्यार्थी शौचालय का उपयोग नहीं कर पा रहे है।

मरम्म्त के नाम पर भी लाखों खर्च 

शौचालय मरम्मत के नाम पर विकासखंड के लगभग 60 से 70 स्कूलों को प्रति शौचालय 20 हजार के दर से लाखों की राशी उपलब्ध कराया गया बावजूद इसके शौचालयों की स्थिती बदतर होने से अब निर्माण एजेंसीयों के उपर सवालिया निशान लगने लगे है और यह तथ्य समझ से परे नजर आ रहा है की आखिर निर्माण से लेकर मरम्मत तक करोड़ों रूपय खर्च हुए बावजूद इसके शौचालय का अच्छा निर्माण एवं सुमचित उपयोग क्यू नही हो पा रहा है।

पीएचई ने भी बनाया था शौचालय

स्कूलों में अलग अलग योजनाओं के तहत अलग अलग विभागों ने शौचालय का निर्माण कराया लेकिन एक भी शौचालय उपयोग के लायक नही है अगर सोनहत ब्लाक के भरही डी के स्कूल का अवलोकन किया जाए तो ग्राम पंचायत के द्वारा सी एस आर मद से 2 नग फ्रेडली शौचालय 1 नग और पी एच ई का शौचालय अलग से मौजूद है लेकिन एक भी शौचालय उपयोग के लायक नही है।

ओ डी एफ घोषित है सोनहत 

वैसे तो जनपद पंचायत सोनहत कागजों में पूरी  तरीके से खुले में शौच से मुक्त घोषित हो चुका है लेकिन ओडीएफ जनपद के स्कूलों का यह हाल हो वहां के ग्रामीण शौचालय कैसे होगें इस बात का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।

बालिकाओं को दिक्कत

सरकार के निर्देश और विभागीय प्रयास के बाद भी स्कूलों में अभी भी बालिकाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया जा सका है। अभी भी स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को खुले में शौच जाना पड़ रहा है, जिसके लिए कहीं न कहीं सरकारी व्यवस्था ही जिम्मेदार है। शौचालय निर्माण के समय ही पानी सप्लाई को ध्यान में रखकर काम किया गया होता तो यह स्थिति नहीं बनती। लाखों रुपए शौचालय निर्माण में खर्च कर दिए गए, लेकिन उनका उपयोग नहीं हो पा रहा।

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