चुनावी घोषणा पत्र काबिले एतबार नहीं : रिजवी
*भविष्य में केवल शपथ पत्र ही स्वीकार होगा : रिजवी*
रायपुर। दिनांक 15/06/2021। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख, मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व उपमहापौर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने एक बयान में कहा है कि देश में चुनाव पूर्व राजनैतिक दलों द्वारा जारी घोषणा पत्र व संकल्प पत्रों पर से जनता का भरोसा उठ गया है क्योंकि संकल्प पत्र में किए गए वादो के लिए उक्त दल को बाध्य नहीं किया जा सकता है जो मात्र जनता को गुमराह एवं प्रलोभन के लिए जारी किए जाते हैं। मतदाता चाहकर भी उस दल के विरूद्ध कोई अदालती कार्यवाही नहीं कर पाता है तथा मतदाता ठगा सा महसूस कर चुप बैठ जाता है। रिजवी ने कहा है कि घोषणा पत्र मृगतृष्णा जैसा सिद्ध होकर रह जाता है। भविष्य में जनता उस दल पर ही विश्वास करेगी जो घोषणा पत्र के स्थान पर अपने वादों को पूरा करने शपथ पत्र जारी करेगा क्योंकि जनता शपथ पत्र में किए गए वादों को नकारने वाले दल क विरूद्ध अदालत जाकर झूठा शपथ पत्र देने के लिए मुकदमा दायर कर सकेगी जिसमें शपथ पत्र जारी करने वाले को दो वर्ष तक की सजा का प्रावधान है। रिजवी ने प्रदेश के सम्पन्न चुनाव में जोगी कांग्रेस के मुखिया प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी द्वारा जारी किए गए शपथ पत्र जिसमें पूर्ण शराबबंदी का हलफिया बयान लिखित में नोटराइज करवाकर जारी किया गया था। जोगी से पहले देश के किसी भी दल द्वारा अपने वादों को पूरा करने के लिए शपथ पत्र जारी नहीं किया था। यदि जोगी सत्ता में आते तो तत्काल शराबबंदी लागू हो चुकी होती। देश के किसी भी दल ने आज तक चुनाव पूर्व अपनी घोषणाओं को पूरा करने के लिए शपथ पत्र नहीं दिया है। अजीत जोगी ने ही शपथ पत्र जारी करने की पहल की थी जो इतिहास बन चुका है।