बरसते पानी मे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने लोगो के घर घर जाकर चलाया वेक्सीन का जनसम्पर्क अभियान-विकास उपाध्याय
समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँच को परिभाषित करता विधायक विकास उपाध्याय का कार्यप्रणाली
रायपुर।लोकतंत्र में जनता सर्वोच्च होती है,किन्तु सम्पूर्ण जनता शासन नहीं कर सकती,इसीलिए वह जनप्रतिनिधि चुनती है। उस दायित्व को जनता के बीच वास्तविक धरातल पर बखूबी निर्वहन करते विधायक विकास उपाध्याय की नित नये कार्यप्रणाली समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँच को सही मायने में परिभाषित तो कर ही रही है, साथ ही जिस पार्टी कांग्रेस ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया उसे भी जनता के दिलों में जीवित रख पार्टी के प्रति अपनी जिम्मेदारी साबित करने कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
भाजपा छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के ढाई साल की खामियों को लेकर जहाँ जनता के बीच जाने की तैयारी कर रही है वहीं कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय चुनाव जीतने के बाद से ही पूरे समय सुबह से रात तक जनता के बीच काम कर,उनकी मूलभूत जरूरतों को पूरा कर उन जनप्रतिनिधियों को चुनौती देते आ रहे हैं,जो चुनाव जीतने के बाद अपना क्षेत्र जाना ही भूल जाते हैं। कहने को कई वाकिये में समाज के अंतिम व्यक्ति तक वाली बात आती रहती है। पर इसे यथार्थ में परिणित होते देखा नहीं गया। सही मायने में इसे परिभाषित तो विधायक विकास उपाध्याय कर रहे हैं।
जनता के बीच कार्य करने दिनचर्या
विकास उपाध्याय प्रदेश में एक मात्र जनप्रतिनिधि हैं जो जनता को सुबह 6 बजे से उपलब्ध रहते हैं। बल्कि अपने विधानसभा के अलग-अलग क्षेत्र में प्रतिदिन पूर्वनिर्धारित समय सारणी के हिसाब से मौजूद रहते हैं और अधिक से अधिक लोगों से मिलना उनकी मूलभूत समस्याओं को गंभीरता से सुनना और उसका समाधान निकालने को ही मूल मंत्र मानते हैं। इसके बाद 11 बजे से 1 बजे तक निवास में आये लोगों की समस्या का निराकरण करना। संबंधित विभाग के अधिकारियों से चर्चा व लंबित कार्ययोजनाओं व रोज जनता द्वारा सुझाये समस्या का निराकरण करना ही मूल एजेंडा होता है।
क्षेत्र की मूलभूत समस्या पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित रहना
विकास उपाध्याय संघर्ष के बदौलत इस मुकाम तक पहुँचे हैं।जिनको लोगों की जरूरतों का अच्छा खासा लम्बा अनुभव के साथ-साथ तजुर्बा भी है। इस वजह से उनका ध्यान मूलभूत पर केंद्रित रहता है। चाहे गरीब हो या अमीर सुबह उठते ही उसे कौन सी समस्या है जो परेशान करती है,पर विधायक की नजर रहती है,कहीं मोहल्ले में साफ-सफाई नहीं हो रही है तो कहीं नाली जाम है। कहीं पीने के पानी की समस्या आ रही है तो किसी गली में रोड की। किसी मोहल्ले में बिजली की समस्या तो कहीं स्ट्रीट लाइट की और ये सारी समस्याओं को उन्होंने अपने व्यक्तिगत प्रयास से इन ढाई वर्षों में 80 फीसदी तक निराकरण कर लिया है। विकास उपाध्याय का यही मूल मंत्र है जो क्षेत्र की जनता उन्हें अपना सच्चा सेवक मानती है।
क्षेत्र के लोगों की व्यक्तिगत समस्या का निराकरण
विकास उपाध्याय क्षेत्र के लोगों की व्यक्तिगत समस्याओं को भी सुलझाने कोई कसर नहीं छोड़ते। किसी को इलाज की जरूरत हो तो अस्पताल भेज उसके उचित इलाज से लेकर गरीब जरूरतमंद को आर्थिक मदत करने भी आगे रहते हैं।राशन की जरूरतमंद लोगों के लिए पूर्व से ही अपने निवास में स्वयं सेवी संस्थाओं से एकत्र राशन की व्यवस्था कर मदद करते हैं। पेंशन, राशन कार्ड से लेकर विभागीय प्रशासनिक कार्य को कराने अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश देते हैं।
सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार खुद करते हैं
जनता के लिए भूपेश सरकार द्वारा लाई योजनाओं को जनता तक पहुंचाने जनता के बीच खुद नायाब तरिकों से पहुँच जाते हैं। विकास उपाध्याय को इसके लिए ऑटो रिक्शा चलाना पड़े तो भी संकोच नहीं करते। इसके साथ-साथ हिंदुत्व के एजेंडा को भी जनता के बीच बखूबी निभाते नजर आते हैं। भगवान के प्रति अटूट आस्था रखने वाले विकास उपाध्याय के निवास में 2-2 मंदिर स्थापित है जहाँ सुबह शाम पूजा पाठ की भक्ति संगीत के साथ धूम रहती है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विशेष ध्यान रखते हैं
विकास उपाध्याय इस बात को भली भाँति जानते हैं। उनकी पार्टी कांग्रेस का असल जान कार्यकर्ता हैं और एक-एक कार्यकर्ता का विशेष ध्यान रखते हैं।किसी काम के लिए कोई फोन कर दे तो उलटे पैर गंतव्य तक चाहे दिन हो या रात पहुँचने की भूल नही करते। किसी के लिए रायपुर से दूर कहीं जाना पड़े तो भी पीछे नहीं हटते और किसी कार्यकर्ता के हक के लिए लड़ना भी पड़े तो भी उन्हें मंजूर होता है। कार्यकर्ताओं के लिए पूरी तरह से समर्पित विकास उपाध्याय उन्हें उनके पार्टी के प्रति जिम्मेदारी का भी एहसास दिलाने चूक नहीं करते और जनता के बीच सतत संपर्क बनाये रखने की हिदायत देते रहते हैं।
वैक्सिनेशन को लेकर जागरूकता लाने अभियान चला रहे हैं
विकास उपाध्याय बूथ स्तर तक कोरोना संक्रमण से निजात पाने वैक्सिनेशन को लेकर पिछले कई दिनों से अभियान चला कर उन लोगों के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं, जहाँ कोई विधायक क्या पार्षद भी नहीं पहुंचा हो और वैक्सिन को लेकर नकारात्मक सोच को सकारात्मक करने सफल होते नजर आ रहे हैं। इस बीच पूरे विधानसभा में उन्होंने वैक्सिन लगाने वालों की ऐसी फौज खड़ा कर दी है कि 21 जून के बाद मोदी सरकार की नई वैक्सिन नीति को लेकर कोई चूक हुई तो भाजपा के खिलाफ किसी बड़े आंदोलन की शुरुआत भी कर सकते हैं।