कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए प्रधानमंत्री की कल्याणकारी योजनाएँ संवेदनशील सरकार का सार्थक और भावपूर्ण निर्णय : भाजपा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भाजपा सरकार की सातवीं सालगिरह (दूसरे कार्यकाल की दूसरी वर्षगाँठ) की पूर्व संध्या पर कोरोना संक्रमण में माता-पिता खो चुके अनाथ बच्चों के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा घोषित की गई कल्याणकारी योजनाओं का स्वागत करते हुए इसे केंद्र की संवेदनशील सरकार का सार्थक और भावपूर्ण निर्णय बताया है। श्री साय ने कहा कि ‘पीएम केयर्स फ़ॉर चिल्ड्रन्स’ योजना से अनाथ हो चुके बच्चों के भविष्य को सँवारने और एक आत्मनिर्भर देश का एक आत्मनिर्भर नागरिक बनाने का स्वप्न साकार करने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक व क्रांतिकारी फैसला है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि पीएम केयर्स फ़ंड की ओर से ऐसे अनाथ बच्चों को 18 वर्ष की आयु तक मासिक वित्तीय सहायता देने और 23 वर्ष की आयु पूरी करने पर 10 लाख रुपए की राशि देने की इन दो योजनाओं ने एक बार फिर संवेदनक्षम नेतृत्व के सामाजिक सरोकारों को प्रमाणित किया है। बच्चे देश का भविष्य हैं और उनके संरक्षण पर ध्यान देकर व उनकी सहायता करके उनके उज्ज्वल भविष्य के विश्वास को साकार करने का जो बीड़ा प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने उठाया है, वह अपने आप में एक अनुपम मिसाल के तौर पर देश याद रखेगा। श्री साय ने कहा कि कोरोना आपदा काल में भी अपने लिए राजनीतिक अवसर तलाशने की क्षुद्र मानसिकता दिखाने और केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ षड्यंत्रों का टूल किट बनाकर गर्हित राजनीतिक उपक्रमों में अपना मगज़ खपाने वालों को केंद्र सरकार के इस क़दम से प्रेरणा लेकर सकारात्मकता की ओर आगे बढ़ना चाहिए। श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की इस पहल से न केवल बच्चों के बेहतर लालन-पालन व शिक्षा की व्यवस्था होगी, अपितु ऐसे सभी बच्चों को आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में लाभार्थी के तौर पर नामांकित भी किए जाने की घोषणा करके केंद्र सरकार ने ऐसे बच्चों को पाँच लाख रुपए का बीमा देने का फैसला किया है। श्री साय ने कहा कि अपने शासनकाल में केंद्र की भाजपा सरकार ने दोनों कार्यकाल में ‘सबके साथ, सबके विश्वास और सबके विकास’ के लिए काम किया है। 07 साल के भाजपा शासन की उपलब्धियों, विकास, लोककल्याणकारी नीतियों और .दमदार व सुलझे नेतृत्व के कीर्तिमानों पर सियासी प्रलाप करना ही विपक्ष की नियति हो गई है।