वर्तमान समय जान बचाने का है। 15 मई तक लॉकडाउन को यथावत रखा जाए- विकास उपाध्याय
रायपुर।संसदीय सचिव व विधायक विकास उपाध्याय ने कहा,छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण से गंभीर हुए हालात धीरे-धीरे सुधरते अब दिख रहे हैं और इसकी मुख्य वजह लॉकडाउन ही है ऐसे में इस स्थिति को और बेहतर बनाये रखने 15 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाया जाना चाहिए। विकास उपाध्याय ने कहा,इस बार आम जनता खुद चाह रही है कि जान है तो जहान है और जिस तरह से इस बार के लॉक डाउन को आम जनता का समर्थन मिला है वह अभूतपूर्व है। ज्ञात रहे कि बढ़ते कोरोना के दूसरे वेव को रोकने विकास उपाध्याय ने सबसे पहले लॉक डाउन लगाए जाने की वकालत की थी।
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा,छत्तीसगढ़ में 15 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाया जाना चाहिए। आज छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण से गंभीर हुए हालात धीरे-धीरे सुधरते दिख रहे हैं तो सबसे बड़ा कारण यही है कि आम जनता ने इसे ही बेहतर विकल्प के साथ कारगर माना है और रोजाना नए संक्रमित मरीजों की सर्वाधिक संख्या वाले शीर्ष 10 राज्यों की सूची से बाहर निकल निकल कर राज्यों के क्रम में छत्तीसगढ़ 14वें स्थान पर आ गया है।
विकास उपाध्याय ने कहा,वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की शुरुआत के बाद से अब तक पॉजिटिव पाए गए 7 लाख 44 हजार 602 लोगों में से 6 लाख 14 हजार 693 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें से 4 लाख 88 हजार 988 होम आइसोलेशन में और 1 लाख 25 हजार 705 मरीज विभिन्न अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स में इलाज के बाद ठीक हुए हैं। वर्तमान में राज्य में रिकवरी रेट 82 प्रतिशत है।परंतु 15 मई तक यदि इस लॉकडाउन को यथावत बनाये रखते हैं तो निश्चित तौर पर रिकवरी रेट 95 प्रतिशत तक बढ़ सकती है और संक्रमण को भी काफी कम करने सफलता मिल सकती है।
विकास उपाध्याय ने कहा,वर्तमान समय जान बचाने का है। आम जनता स्वस्फूर्त इस बार के लॉकडाउन को समर्थन कर रहे हैं उनको भी मालूम है कि जान है तो जहान है ऐसे में 15 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाये जाने किसी तरह की कोताही नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा,अप्रैल की शुरुआत में रायपुर की संक्रमण दर 50% से अधिक थी। अब यह 29% तक घट गई है और हमारा टारगेट 15 मई तक 10% तक आ जाये होना चाहिए।