नंदकुमार साय को संवैधानिक पद से बर्खास्त करें राष्ट्रपतिः अमित जोगी
JOGI EXPRESS
संवैधानिक पद पर पदस्थ होने के बावजूद गुजरात चुनाव में प्रचार करने पर उठाई आपत्ति: राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष हैं नंदकुमार साय
साय के कृत्य ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की निष्पक्षता पर खड़े कर दिए हैं सवाल
बिलासपुर : राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय द्वारा गुजरात चुनाव में प्रचार किये जाने पर मरवाही विधायक अमित जोगी ने आपत्ति उठाते हुए राष्ट्रपति को दिनांक 11 दिसंबर 2017 को पत्र लिख कर श्री साय को बर्खास्त किये जाने की मांग करी है। अपने पत्र में जोगी ने राष्ट्रपति को लिखा है कि इस पत्र के माध्यम से वे राष्ट्रपति के संज्ञान में एक अत्यंत गंभीर विषय लाना चाहते हैं जो सीधे हमारे संवैधानिक प्रावधानों की रक्षा से जुड़ा हुआ है। भारत के राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष पर पदस्थ श्री नंदकुमार साय द्वारा इनदिनों गुजरात चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में प्रचार किया जा रहा है। श्री साय का कहना है कि चूँकि वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैंइसलिए वे चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
किसी भी संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से यह अपेक्षित है कि वह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपने संवैधानिक दायित्वों का पालन करे। श्रीसाय द्वारा सभी संवैधानिक प्रावधानों को ताक पर रखकर खुल्लम खुल्ला भाजपा के पक्ष में प्रचार करने से राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग कीनिष्पक्षता पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
अमित जोगी ने आगे लिखा है कि चूँकि राष्ट्रपति भारत के संविधान के अंतर्गत दिए गए संवैधानिक प्रावधानों के संरक्षक हैं अतः उनसे निवेदन है कि इस विषय पर हस्तक्षेप करते हुए श्री नंदकुमार साय द्वारा किये जा रहे चुनाव प्रचार पर तत्काल रोक लगाकर उन्हें राष्ट्रीय अनुसूचित जनजातिआयोग के अध्यक्ष के संवैधानिक पद से बर्खास्त किया जाए। अमित जोगी ने राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद से आशा करी है कि वे इस गंभीर विषयपर त्वरित कार्यवाही करेंगे ताकि भविष्य में उच्च संवैधानिक पदों पर बैठे लोग अपने पद की गरिमा और संविधान के प्रति ली गई शपथ की इसप्रकार से धज्जियाँ न उड़ा पाएँ।