मुख्यमंत्री ने फोर्टीफाइड देवभोग दूध का किया लोकार्पण
JOGI EXPRESS
रायपुर:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां अपने निवास में छत्तीसगढ़ दुग्ध महासंघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में फोर्टीफाइड (विटामिन ए और डी मिश्रित) देवभोग दूध का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री इसके लिए दुग्ध महासंघ को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दुग्ध महासंघ द्वारा फोर्टीफाइड दूध का शुभारंभ किया जा रहा है, इससे विटामिन ए और डी की कमी पूरी होगी।
छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के भोजन में भी विटामिन ए और विटामिन डी की कमी पायी जाती है, जिससे कारण आंखों के अलावा अन्य कई बीमारियां होती है। विशेषकर बच्चों को इसकी कमी से अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। विटामिन ए और डी मिश्रित दूध मिलने से भोजन में इन विटामिन की पूर्ण हो जाएगी, जिनसे उनका संतुलित विकास होगा। इस समय राज्य शासन द्वारा निःशुल्क दूध का वितरण किया जा रहा है।
देवभोग दूध में इन विटामिनों के मिश्रण से दूध की गुणवत्ता और भी बढ़ेगी। साथ ही छत्तीसगढ़ जल्द कुपोषण मुक्त प्रदेश बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दुग्ध महासंघ का कार्य दिनों-दिन विस्तार ले रहा है। यह एक शुभसंकेत है।
कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में कुपोषण के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ रहा है। छत्तीसगढ़ देश का चौथा राज्य होगा, जो फोर्टीफाइड दूध का वितरण करेंगा। पशुपालन विभाग द्वारा डेयरी उद्यमिता विकास की योजना चला रही है, जिसमें पशुपालकों को सब्सिडी दी जा रही है।
इसके अंतर्गत करीब 800 डेयरियां खुल गई हैं। इनके परिणाम स्वरूप प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी हो रही है, जल्द ही छत्तीसगढ़ अधिकतम दूध उत्पादक वाले राज्यों में शामिल होगा। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कई योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है।
29 अप्रैल 2016 से प्रदेश में निःशुल्क सुगंधित दूध वितरण की योजना शुरू की गई, जिसके फलस्वरूप बेहतर परिणाम आ रहे हैं और जल्द ही कुपोषण मुक्त राज्य बनेगा। कार्यक्रम में दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष श्री रसिक परमार ने बताया कि आम जनता को मिल्क पार्लरों में यह दूध निर्धारित कीमत पर उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने भोजन में विटामिन ए और डी के महत्व पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती एम. गीता और दुग्ध महासंघ और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी गण, टाटा ट्रस्ट के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।